ज्योतिरादित्य सिंधिया को उज्जैन से उतारने की चर्चा..!

By AV NEWS

दक्षिण या उत्तर क्षेत्र से हो सकते है प्रत्याशी,

टिकट मिला तो मालवा की 38 सीट पर पड़ेगा प्रभाव…

शैलेष व्यासउज्जैन। प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा द्वारा 3 केंद्रीय मंत्री,सात सांसद और पार्टी के एक राष्ट्रीय महासचिव को रण में उतारे जाने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाली सूची में और भी सांसद को चुनाव लडऩे का कहा जा सकता है। इन सब के बीच चर्चा चल पड़ी है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को उज्जैन से मैदान में उतारा जा सकता है। यह निर्णय मालवांचल की 38 सीट को साधने के लिए हो सकता है। कहा जा रहा है कि सिंधिया उज्जैन की उत्तर या दक्षिण सीट से प्रत्याशी हो सकते है।

विधानसभा चुनाव कब है यह अभी तय नहीं है,लेकिन भाजपा ने 79 उम्मीदवारों के नाम तय करने के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतार दिया है। इसके बाद चुनावी हलचल तेज हो गई है। मध्य प्रदेश के मालवांचल में आठ जिले आते हैं, जिनमें 38 विधानसभा सीट हैं। इन विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी की कड़ी नजर है। इतना ही नहीं कांग्रेस भी इस बार मालवांचल में एड़ी चोटी का जोर लगा रही है।

कांग्रेस ने भले ही प्रत्याशियों को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले है,लेकिन हाल ही में शाजापुर जिले में राहुल गांधी की आमसभा कर चुनावी शंखनाद कर दिया है। भाजपा जहां कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगा रही है, कांग्रेस वहीं को घेरने की रणनीति बना रही है। कांग्रेस-भाजपा दोनों ही दलों को जानते है कि भोपाल की सत्ता हासिल करने के लिए रास्ता मालवांचल होकर ही जाता है। ऐसा स्थिति में दोनों दल एक-एक सीट पर मजबूत प्रत्याशी को उतारने की कवायद में जुटे है।

मालवांचल से सिंधिया परिवार का रिश्ता…

ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों का कहना है कि सिंधिया परिवार का रियासत काल और उसके बाद राजमाता सिंधिया, माधवराव सिंधिया के समय से उज्जैन नहीं बल्कि रतलाम, मंदसौर, नीमच सहित कई जिलों के लोगों से पुश्तों से रिश्ता चला रहा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा को भी उनके व्यक्तिगत पारिवारिक संबंधों का लाभ मिल रहा है। सिंधिया को टिकट मिला तो मालवांचल में भी इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। बता दें कि भाजपा तराना, घटिया, नागदा-खाचरौद सीट के लिए प्रत्याशी घोषित कर चुकी हैं।

रणनीतिकारों को लाभ का अनुमान

चर्चा चल रही है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी अन्य सांसद और केंद्रीय मंत्रियों की तरह इस बार विधानसभा चुनाव लडऩा पड़ सकता है। यशोधाराजे सिंधिया के विधानसभा चुनाव लडऩे से इंकार करने के बाद अब ज्योतिरादित्य सिंधिया के मैदान में उतरने के अटकलें और भी तेज हो गई हैं। यह भी कहा जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मालवा से मैदान में का लाभ भाजपा को मिल सकता है।

ऐसे में इसकी प्रबल संभावना है कि सिंधिया उज्जैन उत्तर या दक्षिण से भाजपा के उम्मीदवार हो सकते है। यदि उज्जैन जिले में बात नहीं बनी तो उज्जैन संभाग की किसी ऐसी सीट पर सिंधिया को प्रत्याशी बनाया जा सकता है,जहां पार्टी को कांग्रेस से सीट हासिल करना है।

इसको लेकर भाजपा के नेता और सिंधिया समर्थक दावे कर रहे हैं कि सिंधिया को मालवांचल से मैदान में उतारा तो सिंधिया अपने क्षेत्र के साथ-साथ आसपास की 38 सीट पर भी प्रचार-प्रसार में मददगार साबित होंगे। इसका सीधा लाभ भाजपा को मिलेगा। उनके समर्थकों को ये उम्मीद है कि सिंधिया को अगली सूची में टिकट मिल सकता है।

Share This Article