भगवान परशुराम के प्रकट उत्सव दिवस व अक्षय तृतीया इस बार विशेष दुर्लभ संयोग में आ रहे है। अक्षय तृतीया पर स्वयं सिद्ध अबूझ मुहूर्त का दुर्लभ संयोग बन रहा है।
ज्योतिर्विद पं अजय व्यास के अनुसार पुण्य पवित्र वैसाख मास चतुर्ग्रही योग में अक्षय तृतीया पर दुर्लभ संयोग में आठ महायोग आयुष्मान गुरु का राशि परिवर्तन को अहम घटनाक्रम माना गया है।
गुरु का राशि परिवर्तन बारह वर्ष उपरांत मेष राशि में 22 अप्रैल को होने जा रहा है। जहां सुर्य बुध राहु होने से चतुर्ग्रही ग्रह योग योग जो 1 मई 2024 तक विद्यमान रहेंगे। राहु के साथ गुरु होने पर उथल पथल भी मचा सकता है। लोगों में धर्म आध्यात्म में रुचि बढ़ेगी।
गुरु के उपाय
प्रतिदिन पीपल अथवा बरगद (या वटवृक्ष) के पेड़ में जल चढ़ाएं। प्रत्येक गुरुवार को मां लक्ष्मी सहित भगवान विष्णु की पूजा करें और उन्हें पीले पुष्प तथा पीली मिठाई अर्पित करें। गुरुवार को भींगी हुई चने की दाल गाय को खिलाएं।