Monday, December 11, 2023
Homeपेरेन्टिंग एंड चाइल्डअपने बच्चों को कैसे सीखाएं फैमिली की इम्पोर्टेंस ?

अपने बच्चों को कैसे सीखाएं फैमिली की इम्पोर्टेंस ?

एक व्यक्ति के जीवन में परिवार सबसे महत्वपूर्ण होता है। परिवार के माध्यम से हम प्यार, विश्वास, आशा, विश्वास, संस्कृति, नैतिकता, परंपरा और हर छोटे मामले के मूल्यों को सीखते हैं जो हमें समाज में रहना सीखतें हैं। बच्चों को परिवार का महत्व और एक मजबूत भविष्य के निर्माण में उनका योगदान पता होना चाहिए। बच्चे अपनी सुरक्षा और अपनी ज़रूरतें पूरी करने के लिए माता-पिता और परिवार पर निर्भर रहते हैं। माता-पिता और परिवार बच्चे का पहला रिश्ता बनाते हैं। माता-पिता को उन्हें अपने जीवन में परिवार के महत्व का एहसास कराना चाहिए। आइये हम आपको बताते है कि यह कैसे हो सकता है। 

पारिवारिक कार्यक्रम और सम्मलेन

माता-पिता को पारिवारिक समारोहों और कार्यक्रमों को महत्व देना चाहिए। बच्चे परिवार के साथ काफी समय बिताकर उन्हें महत्व देना सीखेंगे। जब बच्चे अपने चचेरे भाइयों आदि से मिलते हैं तो उन्हें बहुत आनंद आता है। मेरा बेटा आज भी समारोहों में भाग लेना पसंद करता है और इस बात से उत्साहित होता है कि वह अपने चचेरे भाइयों और चाचा-चाची से मिलेगा।

दूसरों के प्रति सम्मान पैदा करें

माता पिता को परिवार में बड़ों के साथ-साथ अपने बच्चों का भी सम्मान करना चाहिए। बच्चे स्वाभाविक रूप से अपने माता-पिता को कॉपी करेंगे।  उदाहरण के लिए परिवार के सदस्यों के जन्मदिन को एक कैलेंडर पर अंकित करें। इससे बच्चे को परिवार के सदस्यों को खुश करने के लिए जन्मदिन पर शुभकामनाएं देने जैसे छोटे-छोटे काम करने के महत्व का एहसास होगा। 

रीति-रिवाज सीखाएं 

चूँकि परिवार का प्रत्येक सदस्य रीति-रिवाजों और परंपराओं को महत्व देता है, बच्चे भी उन्हें महत्व देना सीखेंगे। घर पर त्यौहार और सांस्कृतिक कार्यक्रम एक साथ जुड़ने का बेहतरीन तरीका हैं। इसकी तैयारी करने में उनसे मदद लें। 

शारीरिक स्पर्श 

यह आपके बच्चे के साथ रिश्तों को मजबूत बनाने के सबसे मजबूत तरीकों में से एक है। जन्म से ही, माता-पिता का स्पर्श बच्चों को पारिवारिक संबंधों का महत्व सिखाता है। उनके कंधे पर आपका हाथ समर्थन या प्रोत्साहन दर्शाएगा। एक जादू की झप्पी उनकी साड़ी टेंशन दूर कर सकती है। 

छोटो को प्यार करना सीखाएं

बच्चों को उनके छोटे भाई बहनों से प्यार से बात करना, सामान शेयर करना और उन्हें सपोर्ट करना सीखाएं। उन्हें बताएं की छोटे भाई-बहन की जिम्मेदारी उन पर भी है। ये नई जनरेशन को आपस में जोड़कर रखने के लिए एक नीव बनेगा। 

जरूर पढ़ें

मोस्ट पॉपुलर