अब उड़ीसा में सुनाई देगी उज्जैन के डमरु और झांझ की गूंज
40 कलाकारों का गु्रप दो दिन संभलपुर में देगा प्रस्तुति
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन।महाकाल भगवान की सवारी में बजने वाले डमरू और झांझ की गूंज अब उड़ीसा में होने वाले शिव-पार्वती विवाह के आयोजन में गूंजेगी। श्रीभस्मरमैया भक्त मण्डल के 40 सदस्य यह प्रस्तुति देने जाएंगे। साउथ की 200 करोड़ के बड़े बजट वाली पैन इंडिया फिल्म में भी मंडल का यह शिवप्रिय वाद्य सुनाई देगा।
महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, तेलंगाना, उड़ीसा, दिल्ली, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ आदि प्रदेशों में अब तक प्रस्तुति दे चुका श्री भस्म रमैया भक्त मण्डल अब 27 मई को उड़ीसा महापर्व के अंतर्गत सीतला षष्ठी पर आयोजित शिव-पार्वती विवाह में प्रस्तुति देगा।
मंडल संयोजक प्रवीण मादुस्कार ने बताया उज्जैन के श्री भस्म रमैया भक्त मण्डल को उड़ीसा में आमंत्रित किया गया है। इस वर्ष पं. अभिषेक नागर के नेतृत्व में मण्डल 26 व 27 मई को सम्भलपुर में अपनी चिरपरिचित शैली में शिवप्रिय वाद्ययंत्रों की प्रस्तुति देगा। मण्डल की बडऩगर शाखा के सदस्य विशाल बघेरवाल के नेतृव में 23 मई को सम्भलपुर के लिये रेल द्वारा प्रस्थान करेंगे
देश में बनाई अलग पहचान
मण्डल प्रमुख पं. बलराम तिवारी (मौनीबाबा डमरूवाले) ने बताया अच्छी वर्षा और राज्य की सुख समृद्धि के लिए भगवान शिव-पार्वती विवाह का आयोजन किया जाता है। श्री भस्म रमैया भक्त मण्डल ने अपनी विशिष्ट प्रस्तुति से देश मे अपनी अलग पहचान बना ली है।
मण्डल सदस्य जब भगवान महाकाल के जयकारों के साथ झाँझ-डमरू-चिमटे बजाते हैं तो एक अलग ही दृश्य होता है। लोक निर्माण विभाग में कार्यरत मंडल संयोजक मादुस्कर का इसमें विशेष योगदान रहा है। मथुरा में जन्माष्टमी पर्व जन्मस्थली गर्भगृह में शासकीय आयोजन में विगत दो वर्ष से लगातार आमंत्रित किया जाता है।