Tuesday, October 3, 2023
Homeउज्जैन समाचारअब प्रदेश सरकार लाएगी नमामि शिप्रे प्रोजेक्ट

अब प्रदेश सरकार लाएगी नमामि शिप्रे प्रोजेक्ट

अब प्रदेश सरकार लाएगी नमामि शिप्रे प्रोजेक्ट

सांसद खान डक्ट डायवर्शन प्रोजेक्ट के पक्ष में नहीं

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैनप्रदेश की शिवराज सरकार नमामि गंगे की तर्ज पर नमामि शिप्रे प्रोजेक्ट तैयार कर रही है। इस पर जल्द ही फैसला होगा। 566 करोड़ का खान डक्ट डायवर्शन प्रोजेक्ट अब निरस्त होने के आसार बन गए हैं।

सांसद अनिल फिरोजिया ने रविवार को मां शिप्रा चंद्रभागा पुनर्मिलन महोत्सव, जल जन जोड़ो यात्रा कार्यक्रम में कहा सरकार शिप्रा नदी को प्रवाहमान बनाने के लिए नमामि शिप्रा प्रोजेक्ट ला रही है।

इस पर अभी उच्च स्तर पर काम चल रहा है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह को उन्होंने सुझाव दिया है कि खान डक्ट डायवर्शन प्रोजेक्ट प्रोजेक्ट की जगह ट्रीटमेंट प्लांट लगाने पर काम किया जाए और नहर के माध्यम से पानी का डायवर्शन किया जाए। उन्होंने कहा केंद्र और राज्य की सरकार शिप्रा नदी को लेकर काफी गंभीर है जिससे कि वह पहले की तरह प्रवाहमान रहे।

इससे पूर्व संत शांति स्वरूपानंद महाराज ने पिछले सिंहस्थ में करीब 100 करोड़ रुपए के खान डायवर्शन प्रोजेक्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि खान डक्ट डायवर्शन प्रोजेक्ट की जरूरत नहीं है। इसकी जगह त्रिवेणी पर ही शिप्रा का पानी शुद्ध किया जाए। वाल्मीकि धाम के बालयोगी उमेशनाथ जी महाराज, पीर महंत स्वामी रामनाथ जी, श्री वैदिक गोलोक सनातन पीठ के स्वामी सांदीपेंद्र राधेशरण और निगम अध्यक्ष सोनू गेहलोत उपस्थित थे।

शिप्रा में हाथ नहीं डाल सकते, यहां वस्त्रों पर डाला

स्वामी शांतिस्वरूपानंद जी ने कहा शिप्रा में अभी हाथ नहीं डाल सकते, आचमन करना तो दूर की बात है और चंद्रभागा का पानी इतना साफ है कि इससे हमने अपने वस्त्रों पर डाला लेकिन कोई दुर्गंध नहीं।

चंद्रभागा और शिप्रा का मिलन

हिमालयन मैन पद्मश्री डॉ. जोशी भी होंगे शमिल सहायक नदी चंद्रभागा का शिप्रा नदी में 10 जून को पुनर्मिलन होगा। शिप्रा नदी संरक्षण अभियान के सदस्य और पूर्व निगम अध्यक्ष सोनू गेहलोत ने बताया पिछले एक साल से श्रमदान द्वारा चंद्रभागा का गहारीकरण किया जा रहा है।

अब इसमें अच्छा पानी आ गया है। 10 जून को अपराह्न 3 बजे जल जन जागरण यात्रा निकालकर मोहनपुरा से सोमतीर्थ तक निकाली जाएगी। आरती के साथ इसका समापन होगा। यात्रा के दौरान चंद्रभागा नदी का जल लेकर शिप्रा नदी में सोमतीर्थ पर अर्पित कर पुनर्मिलन किया जाएगा। इस मौके पर हिमालयन मैन प्रसिद्ध पर्यावरणविद पद्मश्री डॉ. अनिलप्रकाश जोशी भी शामिल होंगे। यात्रा के दौरान एक हजार पौधे शिप्रा किनारे रोपे जाएंगे। अभियान प्रभारी पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया चंद्रभागा के गहारीकरण का कार्य डॉ. जोशी ने ही शुरू कराया था। 50 से ज्यादा संगठनों ने श्रमदान कर चंद्रभागा को पुनर्जीवित किया। रविवार को सांसद फिरोजिया और साधु संतों ने पौधारोपण किया।

जरूर पढ़ें

मोस्ट पॉपुलर