अब 18 करोड़ में बनेगा महाकाल मंदिर का अन्नक्षेत्र
निर्माण का खर्चा हुआ दोगुना लेकिन अग्रवाल ग्रुप अपने वादे पर डटा
अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन।महाकाल मंदिर का अन्नक्षेत्र भवन फाइव स्टार होटल से बढ़कर बन रहा है। इसकी लागत 8 करोड़ से बढ़कर 18 करोड़ तक पहुंच गई है, लेकिन दानदाता विनोद अग्रवाल पीछे नहीं हटे बल्कि दो मंजिला बिल्डिंग को खूबसूरत बनाने के लिए हर खर्च करने को तैयार हैं। जुलाई या अगस्त तक अन्नक्षेत्र भवन बनकर तैयार होने की संभावना है।
त्रिवेणी संग्रहालय के सामने बनी पार्किंग के पीछे करीब 11 हजार वर्गफीट ( 3286.2 वर्गमीटर) जमीन पर बन रहे दो मंजिला नए अन्नक्षेत्र भवन का काम तेजी से चल रहा है। शुरुआत में इस पर 8 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान था। नवंबर 2021 में अग्रवाल ग्रुप के चेयरमैन विनोद कुमार अग्रवाल ने माता चमेलीदेवी अग्रवाल के नाम पर अन्नक्षेत्र भवन बनाकर मंदिर प्रबंध समिति को हैंडओवर करने का निर्णय लिया था।
इसके लिए मंदिर प्रशासन के साथ एमओयू साइन किया था। अब इसकी लागत बढ़कर 18 करोड़ या इससे भी ज्यादा हो सकती है। इसके बाद भी अग्रवाल ग्रुप ने राशि देने से हाथ नहीं रोके। उन्होंने कहा है कि जितना भी खर्च होगा, वे ही वहन करेंगे।
किचन का काम भी ग्रुप ही करेगा…
अन्नक्षेत्र भवन बनाने के प्रति अग्रवाल ग्रुप की आस्था का एक उदाहरण उस समय देखने को मिला जब लागत अधिक बढ़ जाने के कारण किचन का कुछ काम महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने कराने की बात कही। इस पर ग्रुप ने प्रशासक संदीप कुमार सोनी से कहा यह खर्च भी ग्रुप ही करेगा। हालांकि मशीन क्रय और संचालन मंदिर समिति करेगी।
देश का सबसे बड़ा होगा अन्नक्षेत्र!
यह देश का सबसे बड़ा अन्नक्षेत्र भी बनाने की तैयारी की जा रही।
भवन में दो लिफ्ट भी होंगी जिससे सामान और भोजन प्रसादी को पहली मंजिल पर आसानी से लाया ले जाया जा सकेगा।
वीआईपी के लिए अलग भोजन कक्ष बन रहा, जिसमें 50 लोग प्रसादी ग्रहण कर सकेंगे
अन्नक्षेत्र एयरकूल्ड होगा, जिससे भक्तों को गर्मी में दिक्कत नहीं होगी।
आधुनिक मशीन और बड़े प्रेशर कूकर लगाए जाएंगे।
इसलिए बढ़ गई लागत
1 निर्माण शुरू होने के बाद स्टील का भाव एकाएक बढ़ गया था। महंगा सरिया खरीदना पड़ा।
2 निर्माण में क्वालिटी का मटेरियल ही खरीदा जा रहा है। ताकि भवन शानदार दिखाई दे।
3 भवन की स्ट्रक्चरल डिजाइन में बदलाव होने से भी लागत बढ़ी।