अरब सागर में बने चक्रवात के कारण हो रही देरी
अब 25 जून बाद उज्जैन आएगा मानसून
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन
मौसम विभाग ने पिछले दिनों संभावना जताई थी कि उज्जैन में इस बार मानसून की इंट्री २० जून को होगी। मगर अब इसमें देरी का हवाला देते हुए २५ जून तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। इधर भू-जल स्तर गिरने के कारण देवास रोड और इंदौर रोड क्षेत्र की कई कॉलोनियों के बोरिंग सूखने लगे हैं।
वेधशाला अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त ने बताया कि पूर्व में संभावना थी कि पश्चिमी मध्यप्रदेश सहित मालवांचल और उज्जैन में इस वर्ष मानसून २० जून तक पहुंच जाएगा। परंतु अरब सागर में चक्रवात बनने तथा इसके अभी तक वहां मौजूद रहने के कारण केरल में भी मानसून एक सप्ताह देरी से पहुंचा है। ऐसे में इस बार मालवांचल और उज्जैन तक मानसून को पहुंचने में २५ जून बाद तक का समय लगेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि अरब सागर में बना चक्रवात किस दिशा में जाएगा यह स्थिति भी ३-४ दिन में स्पष्ट होगी। उन्होंने बताया कि वर्ष २०२० में २३ जून, २०२१ में १८ जून और पिछले वर्ष २०२२ में २६ जून को मानसून उज्जैन पहुंचा था। इधर गर्मी के कारण शहरी क्षेत्र में भी भू-जल स्तर तेजी से गिर रहा है। इंदौर रोड तथा देवास रोड की कई कॉलोनियों में लोगों के घरों में बोरिंग सूख गए हैं। संत हिरदाराम सिटी, शिवधाम आदि कॉलोनियों के कई बोरिंग बंद हो चुके हैं।
रात के तापमान में और उछाल
वेधशाला से मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात १.५ डिग्री सेल्सियस के उछाल के साथ न्यूनतम तापमान २७ डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। वहीं शुक्रवार को अधिकतम तापमान भी ३८.५ डिग्री सेल्सियस से बढ़कर ३९ डिग्री सेल्सियस पर आ गया था। आज सुबह भी मौसम में नमी का प्रतिशत ६६ तक पहुंच गया था। इसके कारण सुबह से ही गर्मी और उमस लोगों को परेशान कर रही थी।