Sunday, December 10, 2023
Homeउज्जैन समाचारआरोपी एक धोखाधड़ी के मामले दो, 50 हजार से ज्यादा की ठगी

आरोपी एक धोखाधड़ी के मामले दो, 50 हजार से ज्यादा की ठगी

आरोपी एक धोखाधड़ी के मामले दो, 50 हजार से ज्यादा की ठगी

एक को बैंक से लोन दिलाने के नाम पर ठगा, दूसरे को मकान बिकवाने का झांसा

शिकायतकर्ताओं ने कहा-मामले में पुलिस ने आवदेन लिए और जांच का आश्वासन दिया

अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन।यदि कोई कहे कि आपको आसानी से लोन दिला सकता है, तो सावधान हो जाइए। किसी और के जरिए लोन पास कराने के इस शॉर्टकट से आप मुसीबत में पड़ सकते हैं। उज्जैन में ऐसे ही दो मामले सामने आए हैं। खास बात यह है कि इन दोनों ही मामलों में आरोपी एक ही है।

पहली घटना में ठग ने एक व्यक्ति को लोन दिलाने के नाम पर बैंक में अकाउंट तो खुलवा दिया। लेकिन काफी वक्त बाद भी लोन नहीं मिला। फिर जब बैंक जाकर इस बारे में पड़ताल की तो इस पूरी ठगी का खुलासा हुआ। दूसरे घटना में आरोपी ने मकान बिकवाने का झांसा देकर दस हजार रुपए ऐंठे। मामलों में कोतवाली एवं नीलगंगा थाने में शिकायत की गई हैं।

Case-1-लोन दिलाने के नाम पर रुपए लिए….

क्षीरसागर निवासी अजय बालमुकुंद चौधरी ने बताया कि एक व्यक्ति कुछ माह पहले उन्हीं की दुकान पर मिला। जो अंबोदिया गांव का रहने वाला धर्मेन्द्र पिता रमेश ठाकुर था। आरोपी ने अजय से कहा कि वह बैंक में काम करता हैं और 40 हजार के बदले 15 लाख का लोन दिला सकता है। अजय को लगा कि घर बैठे ही 15 लाख का लोन मिल रहा है, तो वह तुरंत तैयार हो गया। पर सबूत के तौर पर उन्हें कुछ भी नहीं मिला। अब वह खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। न तो लोन मिला और न ही पैसे वापस मिले। जमा पूंजी चली गई सो अलग। मामले में अजय चौधरी ने 10 फरवरी को कोतवाली थाना पुलिस को शिकायत की थी। लेकिन आज दिनांक तक प्रकारण दर्ज नहीं हुआ।

Case-2 -पुराना बेचकर नया मकान दिलाने का प्रलोभन

चाणक्यपुरी कॉलोनी नानाखेड़ा उज्जैन निवास दीपक पिता तुकाराम ने बताया कि धर्मेन्द्र ठाकुर पिता रमेश ठाकुर निवास ग्राम अंबोदिया तहसील घटिया जिला उज्जैन मक्सी रोड पर स्थित चाय की दुकान पर आता जाता रहता था। धीरे धीरे मेरी धर्मेन्द्र ठाकुर से जान पहचान हुई है। एक दिन क्षीरसागर बैंक ऑफ बड़ोदा मैं किसी काम से गया था। उस दौरान धर्मेन्द्र ठाकुर ने मुझे मेरे मकान विक्रय करने और नये मकान पर लोन दिलाने का प्रलोभन दिया और में उसके प्रलोभन में आ गया। उसने मकान विक्रय कराने के नाम पर 50,000 रु की मांग की और अमानत की तौर पर उसने 10,000 रु की मांग की और मैंने यह रुपए जो की अमानत राशि होटल शांति पैलेस के सामने मेरी पत्नी के साथ जाकर नगद हाथ में दिए। मामले में पुलिस ने आवदेन लेकर, सिर्फ आश्वासन दिया।

जांच के बाद होगी कार्रवाई

ऐसे मामलों में पहले आवेदन लिए जाते है फिर जांच की जाती है। उक्त मामला मेरे संज्ञान में है। इसमें जांच के बाद ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नरेन्द्र परिहार,थाना प्रभारी कोतवाली

जरूर पढ़ें

मोस्ट पॉपुलर