इंदौर सेे 35 किलोमीटर दूर कोहरे से घिरे पहाड़, खाई में गिरता दुधिया झरना और कालाकुंड-पातालपानी की हरी-भरी वाादियां फिर पर्यटक ट्रेन की खिड़की से निहार सकेंगे। अगस्त में हेरिटेज ट्रेन का संचालन शुरू करने की तैयारी है। महू से पालातपानी तक गेज परिवर्तन के कारण साढ़े पांच किलोमीटर हिस्से में पुरानी लाइन हटा दी गई है। इस वजह से बारिश का मौसम आने के बावजूद ट्रेन शुरू नहीं हो पाई,जबकि लगातार ट्रेन चलाने की मांग उठ रही है।
पातालपानी-कालाकुंड ट्रेक पर अगले माह से हेरिटेज ट्रेन दौड़ने लगेगी, लेकिन इसके लिए पर्यटकों को महू केे बजाए पातालपानी से ट्रेन मेें सवार होना पड़ेगा। गेज परिवर्तन के कारण महू से कालाकुंड तक पटरी हटा दी गई है। अब महू के बजाए पातालपानी से चलने वाली हेरिटेज ट्रेन का रखरखाव पूर्ण कर लिया गया है। पिट लाइन भी लगभग तैयार हो चुकी है। अगस्त माह से सप्ताह में तीन दिन ट्रेन का संचालन हो सकता है। शुक्रवार से रविवार तक पर्यटन ट्रेन में सैर कर सकेंगे। यह ट्रेन पातालपानी से कालाकुंड तक दस किलोमीटर के हिस्से में चलेगी।
महू से पातालपानी तक बस से सफर
रेल विभाग को लग रहा है कि महू के बजाए पातालपानी से ट्रेन का संचालन करने पर यात्री कम मिलेंगे। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि ट्रेन संचालन की घोषणा होने के बाद महू से पातालपानी तक बस सेवा शुरू की जाएगी। पर्यटक अपने वाहनों से भी पालातपानी तक जा सकते है।
पर्याप्त यात्री संख्या होने पर पूरे सप्ताह ट्रेन का संचालन किया जाएगा। आपको बता दे कि पातालपानी से कालाकुंड की वादियों के ट्रैक को पांच साल पहले हेरिटेज ट्रैक घोषित किया गया है। इस ट्रेक पर यह रेलवे लाइन वर्ष 1877 में बिछाई गई थी। कुछ वर्ष पहले इस ट्रैक को बंद करने की योजना थी। प्राकृतिक पर्यटन स्थल को देखते हुए यहां छोटी ट्रेनें चालू रखी गईं।