इंदौर ला कालेज के विवाद के मामले में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश पर एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है। इस समिति में दो अतिरिक्त संचालकों को शामिल किया गया है। सात सदस्यीय समिति विद्यार्थियों की शिकायतों की जांच करेगी। इस समिति को तीन दिनों में इस पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट पेश करनी होगी।
विवादित पुस्तक सामूहिक हिंसा एवं दाण्डिक न्याय पद्धति की लेखिका फरहत खान घर से फरार है। भंवरकुआं पुलिस ने सभी को पकड़ने के लिए छापे मारे। इस दौरान प्रकाशक अमर क्षेत्रपाल को पुलिस ने पकड़ लिया है। अमर पत्नी के नाम से प्रकाशन का कार्य करता है। केस दर्ज होने के बाद पुलिस कानून-व्यवस्था में व्यस्त हो गई थी। किसी भी आरोपित को पकड़ नहीं सकी थी। सभी आरोपित अब अग्रिम जमानत की जुगाड़ में लगे हुए हैं।
यह किताब में लिखा है
डॉ. फरहत खान की पुस्तक में लिखा है कि हिन्दू साम्प्रदायिकता विध्वंसक विचारधारा के साथ उभर रही है। विश्व हिंदू परिषद जैसे संगठन हिंदू बहुसंख्यक राज्य की स्थापना करना चाहते हैं। दूसरे समुदायों को शक्तिहीन करके गुलाम बनाना चाहता है।
वह किसी भी बर्बरता के साथ हिंदू राज्य की स्थापना को सही ठहराते हैं। हिंदुओं ने हर संप्रदाय से लड़ने का मोर्चा खोल दिया है।
आज पंजाब की सच्चाई यह है कि मुख्य आतंकवादी हिंदू हैं और सिख इसके जवाब में आतंकवादी बन रहे हैं। हिंदुओं के सभी सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक संगठन बनाए गए हैं। उनका एकमात्र उद्देश्य देश के मुसलमानों को नष्ट करना और शूद्रों को गुलाम बनाना है। हिन्दू पादशाही की स्थापना करनी है और हिन्दू राजतंत्र की सत्ता वापस लाकर ब्राह्मण को पृथ्वी का देवता बनाकर उसकी पूजा करनी है।