इंदौर-भोपाल वंदे भारत एक्सप्रेस के विस्तार की कवायद
खजुराहो, ग्वालियर, नागपुर में से एक शहर तक चलाने पर मंथन
अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:इंदौर से भोपाल के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का खजुराहो, ग्वालियर व नागपुर तीनों शहरों में से किसी एक शहर के बीच चलाया जाएगा। इसे लेकर रेलवे में कवायद चल रही है। जनप्रतिनिधि और अधिकारियों के बीच मंथन चल रहा है। हालांकि ट्रेन के विस्तार का फैसला रेलवे बोर्ड में होगा।
वंदे भारत एक्सप्रेस भोपाल के रास्ते खजुराहो, ग्वालियर व नागपुर में से किसी एक शहर के बीच चल सकती है। वंदे भारत एक्सप्रेस इंदौर से चलकर सुबह भोपाल पहुंचती है। यहां पूरे दिन इनके रैक खड़े रहते हैं। ट्रेन के विस्तार से रेल यात्रियों को फायदा होगा। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल वंदे भारत एक्सप्रेस सीमित रेल मार्गों पर चलाई जा रही हैं। रेलवे की मंशा है कि इस ट्रेन से ज्यादा से ज्यादा शहरों को जोड़ा जाए।
इन ट्रेनों के लिए रैक के उत्पादन की गति तो बढ़ाई है लेकिन जितनी मांग है उस अनुरूप रैक बनाने में समय लगना स्वभाविक है। ऐसे में जो रैक वर्तमान में पटरी पर हैं उन्हीं का शत-प्रतिशत उपयोग कर ज्यादा से ज्यादा शहरों को तेज गति वाली ट्रेनों से जोड़ रहे हैं। ऐसे में भोपाल में पूरे दिन खड़े रहने वाली दोनों वंदे भारत एक्सप्रेस के रैको का उपयोग करने की रणनीति बना रहे हैं।
इसलिए हो सकता है विस्तार
इंदौर-भोपाल वंदे भारत एक्सप्रेस (20911) इंदौर से सुबह 6.30 बजे चलकर सुबह 9.35 बजे भोपाल पहुंचती है। भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस (20912) भोपाल से शाम 7.25 बजे चलकर रात 10.30 बजे इंदौर पहुंचती है। इस तरह यह रैक करीब 10 घंटे भोपाल में खड़ा रहता है।
इस रैक को खजुराहो, ग्वालियर व नागपुर तक बढ़ाने में इसलिए दिक्कत नहीं है क्योंकि राजधानी, दुरंतो जैसी तेज गति वाली भोपाल से नागपुर पहुंचने में अधिकतम छह घंटे, वंदे भारत व राजधानी एक्सप्रेस ग्वालियर पहुंचने में अधिकतम चार घंटे और भोपाल- खजुराहो महामना एक्सप्रेस खजुराहो पहुंचने में अधिकतम 6.25 घंटे ले रही है।
ऐसे में इंदौर से 3.06 घंटे में भोपाल पहुंचने वाली उक्त वंदे भारत एक्सप्रेस को आसानी से नागपुर, ग्वालियर व खजुराहो के बीच चलाया जा सकता है। अभी इंदौर से नागपुर, भोपाल से नागपुर, जबलपुर से इंदौर, भोपाल से खजुराहो व ग्वालियर से इंदौर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी तेज गति वाली ट्रेनें नहीं है। इन शहरों के बीच व्यापारी, उद्योगपति, चिकित्सक, अधिवक्ता, अधिकारियों, पर्यटक व जनप्रतिनिधियों का हमेशा आना-जाना रहता है।
इंदौर-भोपाल के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का रैक अभी पूरे दिन भोपाल में खड़ा रहता है। इसके उपयोग को लेकर सुझाव आए है। इस ट्रेन का विस्तार किन शहरों के बीच होगा, यह रेलवे बोर्ड स्तर से ही तय होगा।
खेमराज मीणा, पीआरओ, रतलाम रेल मंडल