19 वर्षों बाद संयोग, 58 दिन शिव आराधना के लिए
इस बार दो सावन होंगे, 5 माह का होगा चातुर्मास…
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन :इस बार दो सावन होंगे। एक सामान्य सावन ओर दूसरा अधिकमास वाला सावन । इसके साथ ही चार माह चलने वाला चातुर्मास भी इस वर्ष पांच माह का रहेगा। ज्योतिषियों के अनुसार करीब 19 वर्षों बाद इस तरह का शुभ संयोग बनेगा और दो सावन होने के कारण शिव भक्तों को शिव आराधना करने के लिए 58 दिन मिलेंगे।
ज्योतिषियों के अनुसार सावन माह की शुरूआत 4 जुलाई से होगी तथा यह 31 अगस्त तक रहेगा जबकि अधिकमास का सावन 18 जुलाई से 16 अगस्त तक रहेगा। इसके साथ ही अधिकमास होने के कारण चातुर्मास की अवधि चार माह की अपेक्षा पांच माह तक रहने वाली है।
अधिकमास का उज्जैन में विशेष महत्व
अधिकमास का उज्जैन में विशेष महत्व है। इसे पुरूषोत्तम मास भी कहा जाता है। ज्योतिषियों के अनुसार अधिकमास या पुरूषोत्तम माह के दौरान भगवान लीला पुरूषोत्तम की पूजा करने का विशेष विधान है और इनका उज्जैन में मंदिर भी है, इसलिए इस माह का विशेष महत्व उज्जैन में है।
प्रत्येक सोमवार का अपना महत्व
वैसे तो शिव आराधना करने के लिए सोमवार को विशेष दिन माना जाता है लेकिन सावन माह के दौरान आने वाले प्रत्येक सोमवार का भी अपना अलग ही महत्व रहता है। ऐसा माना जाता है कि सावन के सोमवार या सावन के प्रतिदिन शिवजी की पूजा करने से समस्त मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।