घना कोहरा… विजिबिलिटी 100 मीटर, बादलों का डेरा, नहीं निकली धूप, सर्द हवाओं ने ठिठुराया
उज्जैन।मौसम में जोरदार तरीके से बदलाव आया है। कड़ाके की ठंड पड़ रही है और बीती रात ठंड के कारण शिप्रा किनारे एक युवक की मौत हो गई है। मंगलवार सुबह से घना कोहरा छाया था। नतीजतन विजिबिलिटी बहुत कम थी। 100 मीटर दूर का भी साफ नजर नही आ रहा था। सर्द हवाओं के कारण 24 घंटे में रात के तापमान में 1.1 और दिन के तापमान मेंं २ डिग्री की गिरावट आ गई है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार राजस्थान में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हवा का रुख भी उत्तर-पश्चिमी है। यानी राजस्थान से ही सर्द हवा आ रही है। उत्तर में बर्फबारी होने के कारण भी असर पड़ा। इस वजह से हमारे यहां ठंड बढ़ी और तापमान में गिरावट हुई।
इधर उज्जैन में मंगलवार सुबह से कोहरा छाया हुआ है। सर्द हवाओं के कारण पारा लगातार गिरता जा रहा है। सोमवार-मंगलवार की रात शहर का न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री दर्ज किया गया। सोमवार की रात 9.5 डिग्री था। शहर पूरी तरह से कोहरे की और सर्द हवाओं के आगोश में था। इससे ठिठुरन बढ़ गई है। कोहरे का प्रभाव अलसुबह से बना हुआ था। बादलों के कारण धूप नहीं निकली। जैसे-जैसे दिन चढ़ा वैसे-वैसे कोहरा बढ़ता रहा। स्थिति यह थी कि सुबह 9:30 बजे तक सड़कों पर सन्नाटा था। इससे पहले सोमवार को सर्द हवाओं के कारण दिन में भी ठिठुरन थी। अधिकत्तम तापमान 18.0 डिग्री दर्ज किया गया। 24 घंटे में इसमें 2 डिग्री की गिरावट हुई। दिन बहुत ठंडा रहने के कारण शाम ढलने के बाद पारा भी तेजी से नीचे लुढ़का। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले दिनों में कड़ाके की ठंड पडऩे के आसार है।
अब तक हो चुकी है तीन लोगों की मौत
कड़ाके की सर्दी में शिप्रा नदी की छोटी रपट के पास कंबल ओढ़कर सो रहे युवक की ठंड की चपेट में आने से मौत हो गई। महाकाल पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय पहुंचाया। पुलिस ने बताया कि मेहुल जैन पिता कमलेश जैन 19 वर्ष निवासी सिद्धवीर हनुमान शंकराचार्य चौराहा ने देखा कि छोटी रपट के पास अज्ञात व्यक्ति कंबल ओढ़कर पड़ा है। उसे जगाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं जागा इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने उक्त युवक के कपड़ों की तलाशी ली तो जेब से परिचय पत्र मिला जिसमें नाथूसिंह पिता डालसिंह 38 वर्ष निवासी बेगमगंज लिखा था। पुलिस का कहना है कि युवक की संभवत: ठंड की चपेट में आने से मृत्यु हुई है। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष ठंड के सीजन में अब तक तीन मौतें हो चुकी है। दो भिक्षुक पिछले दिनों देवासगेट क्षेत्र में ठंड की चपेट में आकर मर गए थे।