जेल विभाग के अधिकारी जांच के लिए उज्जैन पहुंचे…
उप- सहायक जेल अधीक्षक, प्रहरी भोपाल मुख्यालय अटैच
उज्जैन। केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में बंद कैदी द्वारा जेल के अधिकारियों पर दबाव बनाकर क्रेडिट कार्ड हैक करवाकर लाखों रुपये की ठगी करवाने के गंभीर आरोपों के बाद उप जेल अधीक्षक, सहायक जेल अधीक्षक और प्रहरी को भैरवगढ़ जेल से हटा दिया गया हैं। एसआइटी की जांच के चलते तीनों को भोपाल जेल मुख्यालय अटैच किया गया हैं। इस बीच शनिवार को सुबह मामले की जांच के सिलसिले में जेल मुख्यालय भोपाल से डीजी (जेल) सहित अन्य अधिकारी भैरवगढ़ उज्जैन पहुंचें हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जेल के आदेश पर उप जेल अधीक्षक संतोष लाडिया, सहायक जेल अधीक्षक सुरेश गोयल, जेल प्रहरी धर्मेंद नामदेव को आगामी आदेश तक तत्काल प्रभाव से जेल मुख्यालय भोपाल अटैच किया गया हैं। मामला संवेदनशील होने के कारण अफसर कुछ भी कहने से बच रहे। उधर कैदी की शिकायत/आरोप पर प्रकरण दर्ज होने के बाद जांच करने के लिए एसआइटी के अधिकारी बुधवार को केंद्रीय जेल भैरवगढ़ पहुंचे थे।
लाडिया, गोयल, नामदेव को पूछताछ के लिए भोपाल तलब कर एसआइटी के समक्ष पेश होने बाद तीनों को भोपाल में तो रोक ही जेल मुख्यालय मे अटैच होने के आदेश भी थमा दिया। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को भी तीनों से पूछताछ की गई। वहीं लाडिय़ा का लैपटाप भी पुलिस जब्त कर सकती है। फिलहाल मामला काफी संवेदनशील होने के कारण जेल अधिकारी व राज्य सायबर सेल के अधिकारी कुछ भी बताने से इंकार कर रहे हैं।
साइबर सेल में दर्ज हुआ केस
बता दें कि भैरवगढ़ उज्जैन जेल स्टाफ पर एक दोषी कैदी ने डिजिटल धोखाधड़ी जैसा गलत काम करवाने का आरोप लगाया है। बंदी का आरोप है कि जेल अधिकारियों ने उसको बड़े लोगों के मोबाइल हैक करने के लिये मजबूर किया। उसका आरोप है कि उसे आईपीएस अधिकारियों, न्यायाधीशों और राज्य के गृह मंत्री के सचिव सहित विभिन्न बड़े लोगों के मोबाइल फोन हैक कराए गए थे। कैदी महाराष्ट्र निवासी अनंत अमर अग्रवाल साइबर सेल में जेल स्टॉफ पर डिजिटल धोखाधड़ी की शिकायत की है।