रेलवे स्टेशन बना चोरों का सुरक्षित डेरा…
प्लेटफार्म और परिसर में यात्री सुरक्षित नहीं
उज्जैन।रेलवे स्टेशन इन दिनों चोरों के लिये सुरक्षित डेरा बन चुका है। बदमाश प्लेटफार्म और परिसर में आराम करने वाले लोगों को निशाना बनाकर मोबाइल और पर्स चोरी कर रहे हैं। सुबह दो लोग चोरी की शिकायत लेकर जीआरपी थाने पहुंचे।
विशाल पिता शंकरलाल गुजराती निवासी नागदा पैर के ऑपरेशन के बाद ड्रेसिंग कराने उज्जैन आया यहां से नागदा लौटने के लिये टिकिट विंडो के पास प्रतीक्षालय में सोया था तभी अज्ञात बदमाश ने उसके पेंट की जेब में रखा पर्स व मोबाइल चोरी कर लिया। विशाल अपनी शिकायत लेकर जीआरपी थाने पहुंचा।
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे चैक किये जिसमें एक युवक विशाल की पेंट से चोरी करते दिख रहा था। इसी प्रकार गाड सिंह पिता गोपीराम निवासी सागर रेलवे में ट्रेकमेन है और दो दिन पहले उज्जैन दर्शन करने आया था। ट्रेन के इंतजार में प्लेटफार्म पर लेटा था तभी अज्ञात बदमाश गाडसिंह के पेंट की जेब से मोबाइल चोरी कर भाग गया।
दो चोर भी पकड़ाये…जीआरपी ने असलम उर्फ मस्तान बाबा पिता जान मोहम्मद निवासी अजमेर और दीपक मीणा पिता तुलसीराम निवासी कुरावर मंडी को चोरी के दो मामलों में गिरफ्तार किया है।
इनके साथ भी हुई वारदातें
मांगीलाल जैन पिता गणपतलाल निवासी खेमली उदयपुर मूक-बधिर हैं। दो दिन पहले उज्जैन दर्शन करने आये। देवदर्शन के बाद वापस जाने के लिये स्टेशन पहुंचे। यहां स्थित अवंतिका होटल परिसर में सो गये। यहीं पर एक बदमाश उनके पास आकर लेटा और पेंट की जेब से मोबाइल व 800 रुपये चोरी कर लिये।
मांगीलाल अपनी शिकायत लेकर जीआरपी पहुंचे। पुलिस उनकी भाषा समझ नहीं आई तो इशारे की भाषा के जानकार को पुलिस ने बुलाया और रिपोर्ट दर्ज की। इसी प्रकार सत्येन्द्र कुमार कुमार पिता हरपाल सिंह निवासी झिंझन यूपी का प्लेटफार्म 1 से अज्ञात बदमाश ने पर्स चोरी किया जिसमें 1300 रुपये रखे थे।
भिखारियों का डेरा: रेलवे स्टेशन के खाली प्लेटफार्म पर भिखारियों का भी डेरा लगा हुआ रहता है और ये मौका देखकर चोरी की वारदातों को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं।