प्रोटोकॉल अनुमति की कालाबाजारी
उज्जैन। महाकाल मंदिर में में दर्शन, पूजन के नाम पर श्रद्धालुओं से रुपए लेने का गोरखधंधा लगातार हो रहा हैं। हाल के दिनों में श्रद्धालुओं से रुपए लेने की चौथी बडी घटना सामने आई हैं। इसमें मंदिर के पुरोहित प्रतिनिधि ने श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश कराने के लिए 100 रुपए की प्रोटोकॉल अनुमति रसीद 250 रुपए में श्रद्धालुओं को बेची दी। मामला उजागर होने पर मंदिर प्रबंध समिति ने पुरोहित प्रतिनिधि को निलंबित कर दिया हैं।
जबलपुर से दर्शन के लिए आए रजनी व पति सुरेंद्र राजोरिया प्रोटोकॉल द्वार से दर्शन के लिए पहुंचे। चेकिंग के दौरान उन्होंने बताया कि पुरोहित प्रतिनिधि तिलक व्यास उन्हें लेकर आए हैं। उनसे प्रति श्रद्धालु 250 रुपए लिए गए, इसकी रसीद भी नहीं दी। जब तिलक व्यास से पूछताछ की तो उन्होंने प्रोटोकॉल की 100 रुपए वाली रसीद बताई। जबकि यात्रियों से हर रसीद के 250 रुपए लिए गए थे। प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने श्रद्धालुओं को व्यास से राशि वापस दिलवाई।
गर्भगृह में 10 जनवरी तक प्रवेश प्रतिबंधित
मंदिर प्रबंध समिति द्वारा नए साल की भीड़् को देखते 3 जनवरी तक गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगाई गई थी। रोक को 10 जनवरी तक बढ़ा दिया है। श्रद्धालुओं को बेरिकेड्स से ही दर्शन कराए जाएंगे। दर्शन का समय सुबह 6 से रात 9 बजे तक रहेगा।