गदापुलिया घर के पास वारदात बेटे ने देखी, पीछा कर एक को पकड़ा…
उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में जाप करने के बाद घर लौट रहे पंडित को इंदौरी बदमाशों ने उन्हीं के घर के पास रोककर स्वयं को पुलिसकर्मी बताया व कुर्ते की जेब से पर्स व गाडी पर लटका झोला छीन लिया। वारदात उनके बेटे ने देखी और पीछा कर एक बदमाश को पकड़ लिया जबकि दूसरा भागने में सफल हो गया। नीलगंगा पुलिस ने मामले में धारा 392 का केस दर्ज किया है।
सतीश कुमार तिवारी पिता मुन्नालाल निवासी सांईधाम कालोनी नीलगंगा महाकालेश्वर मंदिर में जाप करने गये थे। वहां से दोपहर करीब 3 बजे घर को रवाना हुए। गदापुलिया के नीचे से होते हुए घर की पास पहुंचे तभी एक बाइक पर सवार होकर दो लोग आये। उन्होंने स्वयं को पुलिसकर्मी बताया और कहा कि तुम्हारी गाड़ी से पत्थर उछलकर लड़की को लगा जिससे वह घायल हो गई है।
सतीश तिवारी ने कहा मुझे इसकी जानकारी नहीं है हो सकता है। इसी दौरान बदमाशों ने कहा कि तुम गांजा पीते हो तलाशी दो और बदमाशों ने उनके कुर्ते की जेब में हाथ डालकर पर्स निकाल लिया व दूसरे बदमाश ने गाड़ी पर लटका झोला उतारा। सतीश तिवारी को शंका हुई तो उन्होंने विरोध किया इस पर बदमाश धक्का देने लगे।
आईस्क्रीम खरीद रहे पोता-पोती ने देखा
सतीश कुमार तिवारी के साथ बदमाश धक्का देकर विवाद कर रहे थे उस समय उनके पोता पोती घर के बाहर ठेले से आईस्क्रीम खरीद रहे थे। उन्होंने दादाजी के साथ बदमाशों को हरकत करते देखा तो घर में मौजूद पिता अखिलेश तिवारी को बताया वह तुरंत पहुंचा और शोर मचाया तो भीड एकत्रित हो गई जिन्हें देखकर बदमाशों ने बाइक रांग साइड दौडाकर भागने का प्रयास किया। अखिलेश तिवारी ने बताया कि सामने से ट्रेक्टर ट्राली आने के कारण बाइक का संतुलन बिगडा और पीछे बैठा बदमाश गिर गया।
एक बदमाश हवालात में दूसरा रूपये लेकर भागा
अखिलेश तिवारी ने बताया कि बाइक से भागने के दौरान एक बदमाश गिर गया जिसे पकड़कर लोगों ने पुलिस के सुपुर्द किया जबकि उसका साथी रूपयों से भरा पर्स और झोला लेकर भागने में सफल हो गया।
पर्स में 13400 रूपये रखे थे और झोले में पूजा का सामान रखा था। लोगों द्वारा रंगे हाथों पकड़े गये बदमाश से पुलिस द्वारा पूछताछ कर उसके साथी की तलाश की जा रही है।