जिस बदमाश का मकान तोडऩा था वह किरायेदार निकला
बिना जानकारी के रेती वाले बाबा पर अतिक्रमण हटाने व तोडफ़ोड़ करने पहुंचे
उज्जैन।पिछले दिनों सरदारपुरा क्षेत्र में बदमाश का मकान तोडऩे के साथ अन्य लोगों के मकान तोड़े जाने के मामले में नगर निगम और पुलिस विभागों के बीच तालमेल की कमी उजागर हुई थी यह मामला अभी खत्म भी नहीं हुआ कि शनिवार को महाकाल पुलिस व नगर निगम की अनदेखी के कारण दोनों विभागों के अफसरों को किरकिरी का सामना करना पड़ा।
महाकाल मार्ग कोट मोहल्ला क्षेत्र स्थित रेती वाले बाबा के टेकरे के आसपास स्थित गुमटियों से मादक पदार्थों की बिक्री होती है। मादक पदार्थ बेचने को लेकर प्रतिस्पद्र्धा के चलते पिछले दिनों यहीं पर दो गुटों के बीच गोली भी चली। पुलिस ने मामले में तीन नामजद आरोपियों के अलावा असलम पठान नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया।
शनिवार को सीएसपी पल्लवी शुक्ला के नेतृत्व में पुलिस और नगर निगम की टीम रेती वाले बाबा के आसपास स्थित गुमटियों और गोलीकांड के आरोपी असलम पठान का मकान तोडऩे पहुंची। यहीं स्थित नगर निगम के एक काम्पलेक्स को भी पुलिस द्वारा तुड़वाया जा रहा था। पुलिस कार्रवाई देख यहां के रहवासियों ने आपत्ति ली नगर निगम के अफसर यहां पहुंचे और सीएसपी शुक्ला को बताया कि बिना प्रशासक की अनुमति के उक्त काम्पलेक्स नहीं तोड़ पाएंगे। इस पर सीएसपी ने टेकरी के आसपास सरकारी जमीन पर स्थित करीब 15 गुमटियों को हटाया गया।
इसलिए हुई किरकिरी
रेती वाले बाबा के आसपास वर्षों से मादक पदार्थ का विक्रय खुलेआम चल रहा था। गोलीकांड के बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई का मन बनाया लेकिन नगर निगम अफसरों से चर्चा के बगैर ही तोडफ़ोड़ की कार्रवाई करने पहुंच गये। नतीजा यह हुआ कि सुलभ काम्पलेक्स तोडऩे से निगम अफसरों ने इंकार किया वहीं जिस बदमाश का मकान-दुकान तोडऩा थे वह भी किराये के निकले।