बकरी चोरी की शंका में ग्रामीण की हत्या
दो आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
लाश खेत में दफनकर जेसीबी से चला दी…
उज्जैन। जिले के माकड़ौन थाना क्षेत्र के रूपाखेड़ी गांव में ग्रामीण व्यक्ति की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। वजह सिर्फ इतनी थी कि ग्रामीण की बकरी घास चरते हुए समीप खेत में चली गई थी। इससे खेत मालिक को यह शंका हो गई कि मृतक बकरी चुराने आया है। इससे गुस्साए खेत मालिक ने ग्रामीण की पीट-पीटकर हत्या कर दी। फिर खेत में ही गड्ढा खोदकर बकरी समेत ग्रामीण के शव को वहीं दफना दिया। किसी को शक न हो इसलिए जेसीबी बुलवा कर खेत की जमीन का समतलीकरण भी करवा दिया।
इस सनसनीखेज हत्याकांड का शनिवार शाम को पता तब चला, जब माकड़ौन थाना टीआई अशोक शर्मा, एफएसएल अधिकारी डॉ प्रीति गायकवाड़ ने जेसीबी की मदद से खेत में दफनाए गए शव को बाहर निकाल जांच की। पुलिस ने शव को जमीन से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। दो आरोपितों को गिरफ्तार भी किया गया है।
पुलिस के अनुसार ग्राम रूपाखेड़ी में रमेश पुत्र प्रेमसिंह को शंका थी कि उनकी बकरी के बच्चे को ग्राम चिरड़ी निवासी राजाराम पुत्र कालूसिंह मोगिया उम्र 55 वर्ष ने बच्चा चुरा लिया था। इस पर रमेश व उसके साडू सरदारसिंह पुत्र भेरूजी उम्र 45 वर्ष ने मिलकर उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद दोनों ने राजाराम के शव को बकरी के बच्चे के साथ ही घर के समीप ही जेसीबी से गड्डा खुदवाकर गाड़ दिया। मृतक राजाराम की पत्नी गंगाबाई ने माकड़ौन थाने पहुंचकर उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
पुलिस को जांच के दौरान यह पता चला कि राजाराम आखिरी बार गांव में रहने वाले रमेश मोंगिया के खेत के समीप दिखाई दिया था। राजाराम के मोबाइल की आखिरी लोकेशन भी संबंधित खेत पर ही बताई जा रही थी। पुलिस ने खेत मालिक को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने पुलिस को गुमराह किया लेकिन घटना में शामिल सरदारसिंह पूछताछ में टूट गया। उसने राजाराम व उसकी बकरी की हत्या कर शव को खेत में दफनाना कबूल लिया।