दुल्हन को कमरे में सोता छोड़कर बाहर से दरवाजा बंद कर दिया, मां ने देखा
उज्जैन। ग्राम बरखेड़ी भान में रहने वाले युवक ने अज्ञात कारणों के चलते दूसरी मंजिल स्थित चढ़ाव के टावर पर रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसकी 28 नवंबर को शादी हुई थी। रात में नई दुल्हन कमरे में सो रही थी। युवक ने बाहर से दरवाजा बंद कर दिया। दुल्हन की आवाज सुन युवक की मां ने दरवाजा खोला।
विजय कुमार पिता गणेशचंद कुमावत 23 वर्ष निवासी बरखेड़ी मान थाना विजयगंज मंडी की 28 नवंबर को रिंगनोद धरमपुरी में शादी हुई थी। घर पर मेहमानों का आनाजाना लगा था। देर रात विजय ने खाना खाया और पत्नी मंजू के साथ कमरे में गया था। देर रात करीब 2.30 बजे मंजू नींद से जागी तो विजय नहीं दिखा।
उसने दरवाजा खोलने की कोशिश की लेकिन बाहर से लगा था। मंजू ने शोर मचाया तो विजय की मां कृष्णाबाई दूसरी मंजिल स्थित कमरे तक पहुंची। मंजू ने सास कृष्णाबाई को बताया कि दरवाजा बाहर से बंद है। कृष्णाबाई व अन्य परिजन कमरे का दरवाजा खोलकर विजय की तलाश करने लगे। दूसरी मंजिल के चढ़ाव के रास्ते टॉवर पर पहुंची कृष्णाबाई ने बेटे विजय को फांसी के फंदे पर लटके देखा।
आज मेहमान आने वाले थे: जगदीशचंद्र ने बताया कि बहू मंजू को लेने के लिये आज उसके मायके वालों के आने का कार्यक्रम था। विजय ने किन कारणों के चलते फांसी लगाई इसकी जानकारी परिजनों को भी नहीं। जगदीशचंद्र ने बताया कि विजय की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी हवा का चक्कर भी हो सकता है।