आज सुबह फिर एक युवक को गंभीर हालत में भर्ती कराया…
ऐसी कौन सी फूड पॉयज़निंग जो 6 दिन से किसी न किसी को कर रही बीमार…?
उज्जैन।सेवाधाम आश्रम में रहनेवाले लोगों की अज्ञात कारणों के चलते तबियत बिगडऩे के बाद उन्हें जिला चिकित्सालय में पिछले पांच दिनों से भर्ती कराने का सिलसिला जारी है।
अब तक जिला अस्पताल व आरडी गार्डी अस्पताल में 30 से अधिक बीमारों को भर्ती कराया जा चुका है जबकि 5 लोगों की मौत भी हो चुकी है। सुबह एक युवक को गंभीर हालत में आश्रम से अस्पताल में भर्ती कराया गया।
संजय पिता सुधीर गोयल 25 वर्ष निवासी सेवाधाम आश्रम को सुबह 8.30 बजे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसका उपचार जारी है।
डॉक्टरों ने बताया कि रात में भी सत्यम नामक बालक को भर्ती कराया गया था। वार्डों में भर्ती बीमारों में फूड पायजनिंग के लक्षण दिखाई दे रहे हैं।
पिछले पांच दिनों से अब तक सेवाधाम आश्रम से बीमार होकर जिला अस्पताल व आरडी गार्डी अस्पताल पहुंचने वालों की संख्या 30 से अधिक हो चुकी है जिनमें से पांच लोगों की मौत हुई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भी प्रकरण नहीं
सेवाधाम आश्रम में रहने वाले पांच लोगों की मौत के मामले में तीन लोगों की पीएम रिपोर्ट पुलिस को मिल चुकी है, लेकिन पुलिस ने अब तक किसी भी मामले में केस दर्ज नहीं किया है।
पुलिस का कहना है कि जांच कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर जिला अस्पताल से सेवाधाम में रहने वालों का स्वास्थ्य परीक्षण करने पहुंची टीम भी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है।
डॉक्टरों का कहना है कि मामला फूड पॉयज़निंग का दिख रहा है। जबकि थाना प्रभारी द्वारा विस्तृत पोस्ट मार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की बात कही जा रही है।
कोई मददगार नहीं…संजय और सत्यम जिला अस्पताल के अलग-अलग वार्डों में भर्ती है लेकिन इनकी देख-रेख या मदद के लिए आश्रम का कोई कर्मचारी मौजूद नहीं है। एक युवक जो बोल नहीं सकता वह इनके पास था।
आखिर क्या हैं मौत का कारण
दूषित भोजन का सेवन करने से फूड पॉय•ानिंग होती है। पहले दिन जब सेवाधाम आश्रम से बीमारों को लाया गया तो डॉक्टरों ने इसे फूड पायजनिंग का केस मानकर मरीजों का उपचार किया।
कोई व्यक्ति एक दिन या दो दिन दूषित भोजन कर सकता है, लेकिन पिछले पांच दिनों से बीमारों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है ऐसे में आश्रम के लोग रोजाना दूषित भोजन कैसे कर सकते हैं। इस मामले में अब तक न तो खाद्य विभाग की टीम ने कोई जांच की है न ही प्रशासन स्तर पर जांच समिति बनाई गई है।
पुलिस द्वारा भी 5 लोगों की मौतों और 30 लोगों के गंभीर बीमार होने की घटना को सामान्य माना जा रहा है, जबकि जिला अस्पताल के डॉक्टर नाम न छापने की शर्त पर बताते हैं कि आश्रम के लोग रोजाना कैसे दूषित भोजन कर सकते हैं, मामला कुछ ओर है जिसकी जांच जरूरी है।