फोटो और पता मिलने के बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दूर
उज्जैन।महाकालेश्वर मंदिर के नाम पर उज्जैन व इंदौर के व्यापारियों से ठगी करने वाली की अनेक जानकारियां पुलिस और ठगी के शिकार लोगों ने जुटाई उसका फोटो और पता भी मिल गया बावजूद इसके ठग अभी तक पुलिस की गिरफत से दूर है। माधव नगर टीआई मनीष लोधा का कहना है कि शीघ्र ही आरोपी को गिरफतार कर लेंगे।
विजय जैन निवासी बेताल मार्ग फ्रीगंज के साथ 18 अप्रैल को महाकाल मंदिर में एसी लगाने के नाम पर 96 हजार से अधिक की ऑनलाइन धोखाधड़ी हुई। विजय जैन ने बताया कि उनके यहां पूर्व में काम करने वाले पेनासॉनिक कंपनी के दीपक जोशी ने फोन पर जानकारी दी थी कि महाकाल मंदिर में 36 एसी लगाना है। दीपक ने ही मोबाइल नंबर देकर बात करने को कहा।
इलेक्ट्रिकल्स व्यापारी विजय जैन ने जब फोन लगाया तो बात करने वाले व्यक्ति ने स्वयं को आशीष शर्मा महाकाल मंदिर का पुजारी बताया और कहा कि आपका टेंडर हो चुका है कागजात व्हाट्सएप कर दो। उसी व्यक्ति ने डिपाजिट राशि जमा करने की बात कहकर क्यूआर कोड व ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिये 96 हजार रूपये से अधिक अपने अकाउंट में ट्रांसफर कराये।
रेलवे टेंडर और डॉक्टर से भी वसूली
विजय जैन ने माधव नगर थाने में शिकायत करने के साथ अपने स्तर पर भी ठगी करने वाले की तलाश शुरू की। जैन बताते हैं कि ठगी करने वाले ने डॉक्टर से 50 हजार ठगे और रेलवे टेंडर के नाम पर भी लोगों को चूना लगाया।
वह स्वयं को आशीष पुजारी व रमण त्रिवेदी को अपना मामा बताता है, ठगोरे ने व्हाट्एसप स्टेटस पर रमण त्रिवेदी का फोटो लगाया है। पुलिस ने आशीष जैन को बताया कि ठगी करने वाला तृप्ती विहार का रहने वाला है। उसका फोटो भी पुलिस को मिल चुका है लेकिन घर पर दबिश के बाद भी गिरफत में नहीं आया है।