Monday, June 5, 2023
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उज्जैन : जिला अस्पताल का फायर सेफ्टी सिस्टम फेल

18 अग्निशमन यंत्र का दावा, मौके पर सात

उज्जैन। लगता है उज्जैन के स्वास्थ अमले मे भोपाल के हमीदिया अस्पताल में हुए हादसे से कोई सबक नहीं लिया है। यह अंदाज जिला अस्पताल के फायर सेफ्टी सिस्टम की स्थिति को देखकर लगाया जा सकता है। स्वास्थ विभाग का दावा है कि जिला अस्पताल भवन में १८ अग्निशमन यंत्र है जो किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त है इसके विपरित मौके पर केवल ७ ही यंत्र उपलब्ध है जो विभाग के दावे की पोल खोल रहे है।

जिला अस्पताल की पूरी निर्भरता नगर निगम के फायर बिग्रेड पर टिकी हुई है। यहां संसाधनों का सत्यापन लंबे समय से नहीं किया गया है। ऐसे में यदि जिला अस्पताल में आग लगती है तो काबू पाना अस्पताल प्रबंधन के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।

दरअसल, अस्पताल में मरीजों, उनके परिजनों और चिकित्सीय स्टाफ आदि को मिलाकर करीब डेढ़ से दो हजार की संख्या में लोग हर समय अस्पताल में मौजूद रहते है। वर्तमान व्यवस्था के साथ इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित कर पाना मुश्किल का काम है। इधर आर एम ओ डॉ. जितेन्द्र शर्मा जिला अस्पताल में आगजनी की घटना से निपटने के लिए पूरे इंतजाम की बात कर रहे है। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल की बिल्डिंग में कुल १८ अग्रिशमन यंत्र लगे है। जिला अस्पताल प्रबंधन के दावों की हकीककत जानने के लिए अक्षरविश्व द्वारा अस्पताल के विभिन्न वार्डों का भ्रमण कर रियलिटी चेक की गई तो पूरे अस्पताल भवन में कुल ७ अग्निशमन यंत्र लगे मिले।

हड्डी वार्ड में एक भी नहीं: रिपोर्टिंग के दौरान पाया गया कि फायर सेफ्टी को लेकर जिस तरह हर वार्डों में एक-एक अग्निशमन यंत्र लगाए गए हैं, उसी तरह की व्यवस्था हड्डी वार्ड में भी होना थी। लेकिन यहां अलग से फायर सेफ्टी सिस्टम की कोई व्यवस्था नहीं है।

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