Wednesday, October 4, 2023
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उज्जैन : फ्रीगंज ओवरब्रिज…नए प्रस्ताव को ब्रेक!

उज्जैन : फ्रीगंज ओवरब्रिज…नए प्रस्ताव को ब्रेक!

सेठी बिल्डिंग से चामुंडा माता तक ब्रिज बनाने का सुझाव

खर्चा 92 करोड़ होने से वित्त समिति कर रही नजऱअंदाज

अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन।फ्रीगंज में नया समानांतर ओवरब्रिज बनाने की योजना दो कारणों से अधर में पड़ गई है। एक यह कि इसे बनाने पर 90 करोड़ से अधिक राशि खर्च हो सकती है। दूसरा यह कि इसकी जगह सेठी बिल्डिंग से बिनोदमिल कैंपस में बनी फोरलेन से जोड़कर चामुंडा माता मंदिर तक जाने की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इस प्रस्ताव पर सरकार ने मंथन किया तो फ्रीगंज ब्रिज खटाई में पड़ सकता है।

जीरो प्वाइंट ओवरब्रिज के कारण फ्रीगंज ओवरब्रिज का दबाव कुछ हद तक कम हुआ है लेकिन इस ब्रिज की सबसे बड़ी कमी यह है कि मंडी क्षेत्र की ओर जाने के रास्ते में उद्योगपुरी से लगा रास्ता संकरा है। यहां आए दिन जाम लगते हैं। इस कारण बड़े वाहन वाले लोग यहां से गुजरना पसंद नहीं करते। इस कारण फ्रीगंज ओवरब्रिज पर आज भी ट्रैफिक का दबाव ज्यादा है।

फ्रीगंज ओवरब्रिज के समानांतर नया ब्रिज बनने से पहले इसकी लागत बढ़ गई है। नया एस्टीमेट 92 करोड़ का बना है, जिसे शासन के पास भेजा गया है।

सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद ही इसका काम शुरू हो सकेगा। कुछ समय पहले ही इसके लिए 88 करोड़ 78 लाख का प्रस्ताव लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव को भेजा गया था। लोक निर्माण विभाग का रेट ऑफ शेड्यूल (एसओआर) बदल जाने पर नए सिरे से एस्टीमेट तैयार कर भेजा गया। यह अब 92 करोड़ का हो गया। इस तरह करीब साढ़े तीन करोड़ की लागत और बढ़ गई है। हालांकि अभी लागत और बढ़ सकती है, क्योंकि मटेरियल के रेट तेजी से बढ़ते जा रहे।

इस कवायद के बीच जैन इंजीनियरिंग सोसायटी उज्जैन चैप्टर के सदस्यों ने सुझाव दिया है कि फ्रीगंज ब्रिज को फ्लाईओवर के रूप में माधव क्लब रोड के एलाइनमेंट पर बनाया जाए और तीन बत्ती चौराहे पर पहुंचकर दो भुजाएं कर दी जाएं। एक ब्रांच इंदौर रोड पर सिंधी कॉलोनी तक बनाई जाए और दूसरी ब्रांच देवास रोड स्थित होटल आश्रय तक बना दी जाए। अभी लोक निर्माण विभाग सेतु संभाग ने जो प्रस्ताव शासन को भेजा है वह ज्यादा उपयोगी नहीं है। इससे केवल चामुंडा माता चौराहा और इंदिरा गांधी प्रतिमा के पास फ्रीगंज क्षेत्र ही जुड़ेगा। इस कारण लोगों को चौराहे से होकर फिर भी गुजरना पड़ेगा।

सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद ही इसका काम शुरू हो सकेगा। कुछ समय पहले ही इसके लिए 88 करोड़ 78 लाख का प्रस्ताव लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव को भेजा गया था। लोक निर्माण विभाग का रेट ऑफ शेड्यूल (एसओआर) बदल जाने पर नए सिरे से एस्टीमेट तैयार कर भेजा गया। यह अब 92 करोड़ का हो गया। इस तरह करीब साढ़े तीन करोड़ की लागत और बढ़ गई है। हालांकि अभी लागत और बढ़ सकती है, क्योंकि मटेरियल के रेट तेजी से बढ़ते जा रहे।

इस कवायद के बीच जैन इंजीनियरिंग सोसायटी उज्जैन चैप्टर के सदस्यों ने सुझाव दिया है कि फ्रीगंज ब्रिज को फ्लाईओवर के रूप में माधव क्लब रोड के एलाइनमेंट पर बनाया जाए और तीन बत्ती चौराहे पर पहुंचकर दो भुजाएं कर दी जाएं। एक ब्रांच इंदौर रोड पर सिंधी कॉलोनी तक बनाई जाए और दूसरी ब्रांच देवास रोड स्थित होटल आश्रय तक बना दी जाए। अभी लोक निर्माण विभाग सेतु संभाग ने जो प्रस्ताव शासन को भेजा है वह ज्यादा उपयोगी नहीं है। इससे केवल चामुंडा माता चौराहा और इंदिरा गांधी प्रतिमा के पास फ्रीगंज क्षेत्र ही जुड़ेगा। इस कारण लोगों को चौराहे से होकर फिर भी गुजरना पड़ेगा।

ये दो मुद्दे जिससे खटाई में ब्रिज

1. फ्रीगंज ओवरब्रिज को चौड़ा करने के लिए वर्तमान ब्रिज के पैरेलल नया ब्रिज बनाने की योजना सरकार के पास पहुंच तो गई है लेकिन लागत अधिक होने से मामला अभी खटाई में पड़ा हुआ है। सूत्रों का कहना है लोक निर्माण विभाग सेतु ने प्रोजेक्ट तैयार कर सरकार के पास भेज दिया है और स्थाई वित्त समिति के पास भी यह पहुंच गया है लेकिन 92 करोड़ का प्रोजेक्ट होने से समिति इस पर गौर नहीं कर रही है। लिहाजा, प्रोजेक्ट अभी समिति के पास फाइलों के ढेर में पड़ा हुआ है।

2. उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रस्ताव रखा है कि सेठी बिल्डिंग से चामुंडा माता मंदिर चौराहे तक ब्रिज बनाया जाए। इससे बिनोद मिल कैंपस में बनाई गई फोरलेन का उपयोग भी हो सकता है। यह प्रस्ताव भी सरकार तक पहुंच गया है। इसके लिए अभी डिटेल सर्वे नहीं हो सका है। केवल यह प्रस्ताव तक ही है। सरकार इस पर होने वाले खर्च का भी आंकलन करेगी। यदि इस पर खर्चा कम आएगा तो इस पर गंभीर विचार हो सकता है और फ्रीगंज में नए ओवरब्रिज को रोका जा सकता है।

अभी ये है तैयारी…

चामुंडा माता चौराहे से इंदिरा गांधी प्रतिमा के पास तक यह ब्रिज बनेगा।

पुराने ब्रिज से करीब 6 फीट अधिक ऊंचा होने से बेशेप दिखेगा।

92 करोड़ का प्रस्ताव लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव को भेजा गया है।

ग्रांड होटल का कुछ हिस्सा भी ब्रिज के दायरे में आएगा।

फ्लाईओवर बना तो ये फायदे…

चामुंडा माता से चलकर सीधा ट्रैफिक 2 मिनट में सिंधी कॉलोनी पहुंचेगा।

देवास रोड जाने वाले लोग सीधे होटल आश्रय पर पहुंचेंगे।

किसी भी चौराहे पर क्रश नहीं करना पड़ेगी।

फ्रीगंज क्षेत्र भी भीड़ एवं ट्रैफिक से मुक्त होगा। यातायात सुचारू रहेगा।

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