परेशान उपभोक्ता: कहीं मीटर खत्म तो कहीं कागजी प्रक्रिया में उलझे आवेदन
महानंदा नगर जोन में पेंडेंसी का आंकड़ा 100 के पार…
अक्षरविश्व न्यूज.उज्जैन।बिजली के नए कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ताओं को बिजली कंपनी समय पर विद्युत मीटर ही उपलब्ध नहीं करवा पा रही है। लोग नए विद्युत कनेक्शन के लिए जोन कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। कहीं मीटर खत्म तो कहीं कागजी प्रक्रिया में उलझे पड़़े आवेदनों से नए मीटर को लेकर पेंडेंसी का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा हैं।
एक ओर जहां कंपनी के अफसर बिजली कंपनी के जोन कार्यालयों व गोडाउन में पर्याप्त मात्रा में विद्युत मीटर रखे होने का दावा कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर नए कनेक्शन को लेकर लोगों ने शिकायतें भी बढ़ती जा रही हैं। उपभोक्ताओं का आरोप है कि बिजली कंपनी के कर्मचारी नया विद्युत मीटर देने में मनमानी कर रहे हैं।
बिजली कम्पनी में पहले स्मार्ट मीटर की कमी थी, जो अभी भी है, लेकिन अब आम घरेलू मीटर का भी टोटा हो गया है। यहीं कारण है कि जो भी उपभोक्ता नए कनेक्शन लगाने को लेकर जोर दे रहे है, उसके घर पर पुराने मीटर लगाए जा रहे हैं। कुछ तो इसे मामूली बात मानकर चुप रहते हैं, लेकिन कुछ ऐसे हैं, जो इस बात का विरोध कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो ग्रामीण क्षेत्रों में तो बिजली के नए कनेक्शन के आवेदन पर बिजली कंपनी के कर्मचारियों ने पुराना मीटर ही लगाए हैं।
यह है प्रावधान : कंपनी के नियमानुसार नए उपभोक्ताओं को आवेदन करने के बाद 7 दिन में नए कनेक्शन व विद्युत मीटर मिल जाना चाहिए। इसके बाद भी कंपनी के जोन कार्यालयों में पेंडेंसी बढ़ती जा रही हैं। कहीं मीटर खत्म तो कहीं कागजी प्रक्रिया को लेकर आवेदन को एक-एक माह तक रोका जा रहा हैं। एक किलो वॉट घरेलू उपभोक्ता को नए मीटर कनेक्शन के लिए 1950 रुपए तो गैर घरेलू कनेक्शन के लिए 2450 रुपए का शुल्क कंपनी में जमा करवाना पड़ता हैं।
प्रतिदिन आते है 20 आवेदन
प्रतिदिन औसतन 20-25 आवेदन बिजली कंपनी के जोन कार्यालयों में पहुंचते हैं। इनमें ज्यादातर वे जोन शामिल हैं, जिसके अंतर्गत रहने वाले लोग नई कालोनियों में नया मकान खरीदकर नया कनेक्शन के लिए आवेदन करते हैं। कई लोग ऐसे भी है, जो संयुक्त परिवार में रहते हैं, लेकिन मकान के अलग हिस्से में रहने के लिए नया कनेक्शन लेते हैं। कुछ जोन ऐसे भी यहां नए कनेक्शन आवेदन का आंकड़ा शून्य है। इसके पीछे अफसरों का कहना है कि यह पुराने क्षेत्र है और यहां नए कनेक्शन की आवश्यकता न के बराबर हैं।
जल्द सुधार होगा: हमारे पास पर्याप्त संख्या में विद्युत मीटर हैं, ऐसे में नए उपभोक्ताओं को मीटर देने में कोई परेशानी नहीं है। आवेदन पेंडिंग के पीछे कोई और कारण हो सकता हैं। इस व्यवस्था में जल्द सुधार होगा।
राजीव पटेल, कर्यपालन यंत्री बिजली कंपनी
अधीक्षण यंत्री ने किया जोन कार्यालयों का औचक निरीक्षण
उज्जैन। शहर में बिजली कंपनी के अधिकारी इनदिनों अपने ही विभागों की आंतरिक जांच-पड़ताल कर रहे हैं। कंपनी के अधीक्षण यंत्री आशीष आचार्य ने शुक्रवार को महानन्द नगर जोन कार्यालय पहुंचकर वहां पर अभिलेखों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद कर्मचारियों के अटेंडेंस रजिस्टर चेक किया। जिसमें कई कर्मचारियों की हाजिरी लगी थी, लेकिन वे अपने कार्य पर मौजूद नहीं थे।
वहीं, दूसरी ओर अभिलेख भी काफी हद तक अधूरे थे। जिस पर अधिकरी न काफी नाराजगी जाहिर की। साल में दो बार होने वाला यह औचक निरीक्षण कंपनी के उज्जैन और इंदौर डिवीजन से आए अधिकारियों द्वारा किया जाता है। इसमें बिजली विभाग के आला अधिकारी किसी भी जोन कार्यालय में जाकर अटेंडेंस से लेकर ऑडिट रजिस्टर्ड तक का लेखा-जोखा चेक करते हैं।
इसी क्रम में शुक्रवार को बिजली विभाग के अधिकारी महाश्वेता नगर स्थित जोन कार्यालय भी पहुंचे। उन्होंने वहां भी मौजूदा कर्मचारियों की उपस्थिति के साथ कार्यालय में साफ सफाई का जायजा लिया। करीब 35 बिंदुओं पर विभागीय काम-काज देखें और कमी मिलने पर सम्बंधित अधिकारी कर्मचारियों को तत्काल सुधार के निर्देश दिए।