उज्जैन आईएमए के अध्यक्ष और जेके नर्सिंग होम के डायरेक्टर डॉ. कात्यायन मिश्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शहर की जनता से आह्वान किया है की कोई भी स्टार हेल्थ से इंश्योरेंस नहीं कराएं, इंश्योरेंस के पैसे नहीं मिलेंगे, हमने इस कंपनी को ब्लैक लिस्टेड किया है।
उधर स्टार हेल्थ इंश्योरेंस के उज्जैन ब्रांच मैनेजर ने डॉ. मिश्रा की बात को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि वे क्या हमें ब्लैक लिस्ट करेंगे, हमने ही कोविड-19 के दौरान एक्सेस बिलिंग (इलाज की राशि से अधिक बिल प्रस्तुत करने) के कारण उनके अस्पताल से टाईअप खत्म कर दिया है। दरअसल यह मसला सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आया है और शहर के लोगों में उस वक्त हड़कंप मच गया जब डॉ मिश्रा द्वारा स्टार हेल्थ को लेकर ऐसी बात सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से कह दी गई।
उन्होंने फेसबुक पर और व्हाट्सएप के विभिन्न ग्रुप पर 26 अप्रैल को एक-एक लाइन की दो छोटी-छोटी पोस्ट लिखी हैं। उन्होंने यह पोस्ट उन्होंने क्यों वायरल की पता नहीं लेकिन स्टार हेल्थ इंश्योरेंस उज्जैन के अधिकारियों ने जेके नर्सिंग होम को लेकर कुछ अलग ही बात कही है।
स्टार हेल्थ से इंश्योरेंस नहीं कराएं, इलाज के पैसे नहीं मिलेंगे, हमने उन्हें किया है ब्लैकलिस्ट- डॉ. मिश्रा
इस मामले में आईएएम अध्यक्ष और जेके नर्सिंग होम के संचालक डॉ. कात्यायन मिश्रा ने बताया कि कोविड के दौरान उपचार के लिए उनके अस्पताल में भर्ती तीन मरीजों के हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम को स्टार हेल्थ ने यह कहते हुए निरस्त कर दिया कि मरीजों को भर्ती करने की आवश्यकता नहीं थी। इसमें से एक मरीज की तो मौत भी हो गई। अब किसी मरीज के उपचार की सलाह क्या इंश्योरेंस कंपनी देगी कि किसे भर्ती करना है और किसे नहीं। क्लेम पर आपत्ति लेने के बाद स्टार हेल्थ ने उनकी केशलेस सुविधा बंद कर दी, तो उन्होंने स्टार हेल्थ इंश्योरेंस को अपने नर्सिंग होम से ब्लैकलिस्ट कर दिया हैं।
वे क्या हमें ब्लैकलिस्ट करेंगे, हमने ही उन्हें टाईअप से बाहर कर दिया है- ब्रांच मैनेजर स्टार हेल्थ
स्टार हेल्थ उज्जैन ब्रांच के मैनेजर धर्मेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि जेके नर्सिंग होम हमारी कंपनी को क्या ब्लैक लिस्ट करेंगे। हमने तो उनका ही टाईअप समाप्त कर दिया है। कोविड-19 के अत्याधिक संक्रमण के दौरान अस्पताल प्रबंधन ने हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम के जो बिल प्रस्तुत किए थे,उनमें राशि एक्सेस थी। यानि सेवा और कार्य से अधिक की राशि के बिल बनाकर पेश किए थे। कंपनी की विजलेंस टीम ने अपनी इनक्वायरी में इसे पकड़ लिया था। इसके बाद कंपनी ने जेके नर्सिंग होम से अपना टाईअप खत्म कर दिया हैं। इसके साथ ही एक्सेस बिलिंग के कारण तेजनकर नर्सिंग होम का भी केशलेस टाईअप खत्म कर दिया है।