श्रीकृष्ण विद्यास्थली और आगर रोड जुड़ेंगे, खाकचौक का बचेगा चक्कर…
पहले नगर निगम में चली फाइल अब भू-अर्जन में रुका प्रोजेक्ट…
उज्जैन। मंगलनाथ रोड स्थित भगवान श्री कृष्ण की विद्यास्थली महर्षि सांदीपनी आश्रम के सामने से सीधे आगर रोड को जोडऩे के लिए प्रस्तावित रोड अब लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) बनाएगा। पहले नगर निगम इसे बनाने की कवायद कर रहा था। जमीन अधिग्रहण के बाद रोड बन सकेगी।
सांदीपनी आश्रम से आगर रोड को जोडऩे के लिए रोड बनाने की कवायद पिछले सिंहस्थ से ही चल रही है, लेकिन अभी तक रोड की योजना सरकारी दफ्तरों की फाइलों में ही इधर से उधर दौड़ रही है। नगर निगम ने अब यह प्रोजेक्ट पीडब्ल्यूडी को सौंप दिया है। पीडब्ल्यूडी अब इसकी तैयारी कर रही है। रोड का डिटेल प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए जमीन की जरूरत है।
इसके लिए भू अर्जन का प्रस्ताव जिला प्रशासन को भेजा गया है। भू अर्जन के बाद ही रोड की योजना तैयार हो सकेगी।
रोड बनने के 2 फायदे
1. आगर की ओर से आने वाले लोगों के लिए यह उपयोगी होगा। खाकचौक का चक्कर काटे बिना सीधे आश्रम जा सकेंगे।
2. सिंहस्थ में भीड़ अधिक होती है तब जाम के हालात नहीं बनेंगे।
सांदीपनि आश्रम और इतिहास
- महर्षि सांदीपनि काशी से उज्जैन आए और यह उनकी तपोभूमि बनी।
- महाभारत, श्रीमद्भागवत, ब्रह्मपुराण तथा अग्निपुराण जैसे ग्रंथों में भी सांदीपनि की इस विद्यास्थली या आश्रम का उल्लेख मिलता है।
- श्रीकृष्ण, बलराम और सुदामा ने इसी आश्रम में महर्षि सांदीपनि से वेदों और शास्त्रों का ज्ञान लिया था।
- आश्रम परिसर में गोमती कुंड है जो आकर्षण का केन्द्र है।
- मान्यता है कि श्रीकृष्ण के आह्वान पर इस कुण्ड में पवित्र गोमती नदी का जल उत्पन्न हुआ था।
यह सही है कि रोड बनाने का काम नगर निगम ने हैंडओवर कर दिया है। इसके लिए भू अर्जन होना बाकी है। जमीन की उपलब्धता के अनुसार ही डिटेल प्रोजेक्ट बना सकेंगे।
प्रफुल्ल जैन, एसडीओ, पीडब्ल्यूडी