नहीं मिल रही सुविधा: रेलवे ने फिर की अनदेखी
उज्जैन से ‘बायपास’ इंदौर-अजमेर-जयपुर ट्रेन,रेलवे टाइम टेबल कमेटी ने मंजूरी
इंदौर से चलने वाली 13 वीं ट्रेन जो उज्जैन नहीं आने वाली
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:मंदिरों की नगरी से एक और और ट्रेन बायपास होने जा रही है। इंदौर-अजमेर-जयपुर ट्रेन प्रस्तावित है और इसके संचालन को रेलवे टाइम टेबल कमेटी ने मंजूरी दे दी है। यह टे्रन फतेहाबाद से रतलाम हो कर चलने वाली है। ऐसे में उज्जैनवासियों को इस ट्रेन का लाभ लेने के लिए फतेहाबाद, बडऩगर, रतलाम तक जाना होगा।
इंदौर-अजमेर-जयपुर ट्रेन के संचालन को रेलवे टाइम टेबल कमेटी ने मंजूरी के बाद इसका प्रस्ताव रेल मंत्रालय को मंजूरी के लिए भेजा गया है। मंजूरी के बाद जल्द ही यह ट्रेन इंदौर से जयपुर के बीच चल सकती है। यह ट्रेन सप्ताह में तीन दिन चलाई जा सकती है।
यह ट्रेन इंदौर से फतेहाबाद, रतलाम, जावरा, मंदसौर, नीमच और चित्तौडग़ढ़ होते हुए अजमेर और जयपुर तक चलाई जाएगी।हालांकि, रेलवे द्वारा इस ट्रेन के संचालन को लेकर अभी तक कोई स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। इंदौर से अजमेर और जयपुर के लिए पहले से चल रही दो ट्रेनें इंदौर से सुबह रवाना होती हैं। तीसरी ट्रेन की सुविधा मिलने वाली है। यदि इस ट्रेन को व्हाया उज्जैन चलाया जाता है,तो उज्जैन का अजमेर-जयपुर से संपर्क हो जाएगा। उज्जैन से अजमेर और पुष्कर जाने वाले यात्रियों की संख्या अधिक रहती है। इससे इस ट्रेन को उज्जैन से पर्याप्त ट्रैफिक मिलेगा।
कोविड से अजमेर-जयपुर लिंक एक्सप्रेस बंद
कोरोना काल से पहले अजमेर-जयपुर लिंक एक्सप्रेस चलती थी, जिसके कोच उज्जैन में भोपाल-जयपुर ट्रेन से जुड़ते थे। कोरोना के बाद रेलवे ने इस ट्रेन को बंद कर दिया। लिंक एक्सप्रेस इंदौर से रोजाना पूरी क्षमता से चलाई जाना थी। इसके बाद रेलवे की टाइम टेबल कमेटी ने इसका प्रस्ताव मंजूर किया था, लेकिन अभी तक ट्रेन शुरू नहीं हो सकी।
ट्रेन सुविधाओं से उज्जैन को बायपास किया जा रहा है। कुछ समय पहले इंदौर से देश की राजधानी दिल्ली के शुरू हुई नई ट्रेन के रूट में उज्जैन को शामिल नहीं किया गया था। ट्रेन सप्ताह में तीन दिन इंदौर से फतेहाबाद, बडऩगर, रतलाम, नागदा होकर दिल्ली के लिए चलती है। इंदौर-अजमेर-जयपुर ट्रेन इंदौर से चलने वाली यह 1३ वीं ट्रेन है जिसमें उज्जैन से बायपास किया जा रहा है।
शहर के जनप्रतिनिधि भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे। इस कारण रेलवे अपनी मनमानी कर रहा है। इंदौर से वाया देवास, मक्सी होकर तथा इंदौर से फतेहाबाद, बडऩगर, रतलाम होकर 12 ट्रेनें बायपास हो चुकी है। इन ट्रेनों के उज्जैन नहीं आने से शहर के यात्री रेल सुविधाओं से वंचित हो गए है। जबकि उज्जैन में रोजाना हजारों यात्री महाकाल दर्शन करने के लिए आते है। रेलवे को रोजाना लाखों रुपये की आय होती है। इस कारण रेलवे ने उज्जैन को ए ग्रेड स्टेशन में शामिल किया है।
इन ट्रेनों को कर चुके बायपास
इंदौर-अमृतसर एक्सप्रेस
इंदौर-जबलपुर ओवरनाइट एक्सप्रेस
इंदौर-छिंदवाड़ा पेंचवेली एक्सप्रेस
महू-हबीबगंज पैसेंजर
इंदौर-कोटा इंटरसिटी एक्सप्रेस
इंदौर-नागपुर एक्सप्रेस
इंदौर-नईदिल्ली एक्सप्रेस वाया रेवाड़ी
इंदौर-जोधपुर एक्सप्रेस
इंदौर-नई दिल्ली एक्सप्रेस वाया बडऩगर, रतलाम
उज्जैन की रेल सुविधाओं के विस्तार के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र भी लिखा है। अन्य नई ट्रेन से शहर को जोडऩे के प्रस्ताव भी दिए है। -अनिल फिरोजिया,सांसद