मंत्र किसी ध्वनि, शब्द या वाक्यांश होते है जिससे हम ध्यान लगा सकते हैं । सबसे पुराने ज्ञात मंत्र वेदों में पाए जा सकते हैं, जो भारत के प्राचीन धार्मिक ग्रंथ हैं। मंत्रों का उच्चारण लगातार किया जाता है और इन्हें अक्सर सांस और लय के साथ जोड़ा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मंत्र ध्यान का अभ्यास विचारों को धीमा करने, मानसिक स्पष्टता में सुधार करने और मन की शांति बढ़ाने में मदद करता है।
कई अध्ययनों से पता चलता है कि सुखदायक मंत्र चिंता और अवसाद जैसी मानसिक स्वास्थ्य परेशानोयों को कम करने में मदद कर सकते हैं। कई अध्ययन अभ्यासकर्ताओं को उनकी मान्यताओं के अनुरूप एक व्यक्तिगत मंत्र चुनने की अनुमति देते हैं।
गायत्री मंत्र
चारों वेदों में गायत्री मंत्र का उल्लेख किया गया है। मेडिटेशन करने वाले ज्यादातर इस मंत्र का जाप करते हैं।
‘ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्
इस मंत्र के ऋषि विश्वामित्र हैं और देवता सविता हैं। माना जाता है कि इस मंत्र में इतनी शक्ति है कि नियमित तीन बार इसका जाप करने वाले व्यक्ति के आसपास नकारात्मक शक्तियां और ऊपरी बाधाएं नहीं फटकती हैं।
आमोघ मंत्र
मन को शांत करने और तनाव को दूर करने के लिए आप भगवान विष्णु के ”ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप कर सकते हैं। यह द्वादश अक्षर मंत्र भगवान विष्णु का अमोघ मंत्र है। मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। कहते हैं कि इस मंत्र का जाप करने से पित्र दोष से भी राहत मिलती है। इस मंत्र का जाप सूर्यास्त से पहले करने पर लाभ मिलता है।
शिव मंत्र
”ऊँ नमः शिवाय”। यह मंत्र भगवान शिव का बहुत ही सरल व प्रभावी मंत्र है। इसे रुद्राक्ष की माला से जपने से भगवान शिव बहुत अधिक प्रसन्न होते हैं।
रुद्राक्ष की माला लेकर 108 बार इस मंत्र का जाप करें। भगवान शिव का ध्यान करने से आपको न सिर्फ शांति मिलती है बल्कि सारे कष्ट भी दूर हो जाते हैं। मन को शांत करने के लिए आप भगवान शिव का नाम लें उनके मंत्र का जाप करें।
बौद्ध मंत्र
‘नम म्योहो रेंगे क्यो’ एक बौद्ध मंत्र है। इसका जाप करने से दुखों पर विजय पाई जा सकती है। आप जब भी स्ट्रेस में हों या किसी भी बात को लेकर परेशान हों तो कुछ देर तक इस मंत्र का जाप करें आपको बहुत सुकून मिलेगा।
गणेश गायत्री मंत्र
मन की शांति के लिए रोजाना 108 बार ”ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात” का जाप करें। भगवान गणेश के भक्त इस मंत्र का जाप हर बुधवार को कर सकते हैं, लेकिन मन की शांति के लिए आप इस मंत्र का जाप सुबह या शाम में किसी भी समय कर सकते हैं। मान्यता है कि 11 दिन तक शांत मन से इस मंत्र का जाप करने से भगवान गणेश सभी मनोकामना पूरी करते हैं।