श्रोताओं से कहा बुके की जगह तुलसी का पौधा दिया करो
अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन। प्रसिद्ध चिंतक और प्रखर वक्ता पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने शनिवार रात अखिल भारतीय कालिदास अकादमी परिसर में तीन घंटे तक लगातार अपना व्याख्यान दिया, लेकिन इस बीच एक घूंट पानी भी नहीं पीया। उन्होंने कहा सम्मान में बुके देने की जगह तुलसी का पौधा देना चाहिए।
अकादमी परिसर के मैदान में हुई सभा में उन्होंने रात करीब 11 बजे तक लोगों को अपने व्याख्यान से बांधे रखा। इस बीच आयोजकों ने पानी का गिलास दिया तो उन्होंने इंकार कर दिया। धर्म और राजनीति पर उन्होंने अपने अंदाज में जमकर प्रहार किए। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि महाकाल नगरी में उनका आयोजन एक बेटी अक्षता यादव ने रखा है।
बच्चों को पैसा कमाने की मशीन मत बनाओ…
कुलश्रेष्ठ ने कहा अपने बच्चों को पैसा कमाने की मशीन मत बनाओ, उन्हें ज्ञान दीजिए। मुंबई में कोरोना काल की एक घटना बताते हुए कहा मुंबई में एक महिला की मृत्यु हो गई थी, जिसका बेटा अमेरिका में बड़े पैकेज पर था। उसने अंतिम संस्कार के लिए एक पीआर भेज दी। इसलिए ऐसा पैकेज मत दीजिए।
कुलश्रेष्ठ की सुरक्षा के लिए एक सैनिक नहीं!
अपने भाषण से धर्म, राजनीति और व्यवस्था पर खुलेआम तीखे प्रहार करने वाले कुलश्रेष्ठ के साथ सुरक्षा के लिए एक सैनिक भी नहीं था। उन्होंने शनिवार रात भी जमकर तीखे प्रहार किए, जिसे सुनने के लिए अधिकतर लोग अपनी कुर्सी से हिले तक नहीं। उन्होंने कहा, कई जगह मेरा विरोध भी होता है, लेकिन मरते दम तक सच बोलना बंद नहीं करूंगा।