अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन।महाकाल मंदिर क्षेत्र में यातायात की व्यवस्था है कि सुधरने का नाम ही नहीं ले रही है। मंदिर के विकास कार्यों के चलते मंदिर की ओर जाने वाले सकरें मार्गों पर अव्यवस्था का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा हैं। वाहन के आवागमन पर प्रतिबंध नहीं होने का नतीजा है कि तंग गलियों में वाहन चले जाते है।
ऑटो और ई-रिक्शा वालों की मनमानी
ऑटो और ई-रिक्शा भी सवारियों के चक्कर में मनमानी करते है। हालात इतने खराब है कि इन मार्गों की दुकानों का आधे से ज्यादा सामान सड़कों के किनारे रहता हैं।
इन स्थितियों में सड़कों पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। तंग सड़कों पर वाहनों की ही तीन से चार कतार चलती है। काहरवाड़ी मार्ग पर जाने का मतलब एक से डेढ घंटे के जाम में उलझना हैं।