तैयारी में सरकारी मशीनरी ने झोंकी ताकत, बिना राशि जमा कराए लगाई टोटियां
अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन।बडऩगर रोड पर 4 अप्रैल से होने वाली सीहोर वाले पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा के आयोजन पर नगर निगम मेहरबान नजऱ आ रहा है। सारे जरूरी काम छोड़ नगर निगम का अमला भी यहां जुटा हुआ है। पीएचई ने आधा किलोमीटर लंबी पाइपलाइन डाली है और भोजनालय तक नल कनेक्शन कर दिए हैं। जबकि इसके लिए पैसा जमा कराया जाता है।
नगर निगम का अमला निगम मद से कथा स्थल पर कई काम कर रहा है, जबकि निजी आयोजन में निगम ऐसा नहीं कर सकता। नल कनेक्शन आदि के लिए बकायदा पैसा जमा कराना चाहिए। इसके उलट कथा स्थल पर सप्लाई लाइन को टी से जोड़ा गया है। आयोजन स्थल से भेरुखेड़ा तक चार इंच की आधा किमी पाइपलाइन भी डाली गई है। भोजनशाला तक यह लाइन भेजी है जहां करीब सौ नल टोटियां लगाईं जा रही हैं। टॉयलेट ब्लॉक में भी इतनी ही टोटियां लगाई गई हैं। वाटर केन की व्यवस्था भी नगर निगम पीएचई द्वारा की गई है।
निजी आयोजन के लिए जरूरी अस्थाई कनेक्शन – नगर निगम पीएचई द्वारा धार्मिक या अन्य आयोजनों के लिए अस्थाई कनेक्शन दिए जाते हैं। कथा पंडाल के अलावा कार्तिक मेला दुकान और सर्कस वालों के लिए अस्थाई कनेक्शन अनिवार्य होता है। अभी यह साफ नहीं हो सका है कि आयोजकों की ओर से अस्थाई कनेक्शन और पाइपलाइन के लिए निगम द्वारा निर्धारित राशि जमा कराई गई है या नहीं। आयोजकों का कहना है पीएचई ने मानवीय संवेदना को ध्यान में रखकर टोटियां आदि की व्यव्यस्था की है। इसके लिए मानवीय संवेदना की बात की जा रही है।
प्रशासन अड़ा तब शोभायात्रा की परमिशन रुकी – पं. मिश्रा 3 अप्रैल को शहर आएंगे। आयोजन समिति ने देवासगेट से मालीपुरा, दौलतगंज, गुदरी चौराहा आदि स्थानों से रामघाट के पास रामानुजकोट तक शोभायात्रा निकालने की परमिशन मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने परमिशन देने से इंकार कर दिया है। शांति पैलेस चौराहा पर पं. मिश्रा का स्वागत समिति द्वारा किया जाएगा। समिति ने पूरा कोशिश की थी कि परमिशन मिल जाए लेकिन अफसर अड़े रहे तब कहीं जाकर शोभायात्रा रुक सकी।
नगर निगम पीएचई ने नहीं लिया कोई शुल्क
समिति के अध्यक्ष पार्षद प्रकाश शर्मा ने बताया कि कथा स्थल पर नगर निगम पीएचई की ओर से पेयजल हेतु पाइपलाइन और पांडाल तक नल कनेक्शन किए है। इसके लिए आयोजन समिति से किसी प्रकार का कोई शुल्क नगर निगम पीएचई के द्वारा नहीं लिया गया है।