आजकल कब्ज एक गंभीर समस्या बन चुका है। गलत खानपान और सुस्त जीवनशैली के कारण काफी लोग कब्ज से परेशान रहते हैं। कब्ज होने पर पेट ठीक से साफ नहीं हो पाता है। इसकी वजह से बिना कुछ खाए भी पेट में भारीपन महसूस होता है। कब्ज होने पर पेट में दर्द, गैस, खट्टी डकार और मितली जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। कभी-कभार कब्ज होना नॉर्मल है, जो रूटीन में बदलाव के कारण हो सकता है। लेकिन लगातार पेट में कब्ज रहने से कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप भी कब्ज की समस्या से परेशान हैं तो कुछ घरेलु और आसान उपाय आपकी मदद कर सकते हैं।
कब्ज की समस्या दूर करने के घरेलु उपाय
नींबू पानी का सेवन करें
नींबू को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। नींबू का रस पाचन तंत्र को ठीक करने में मदद करता है। इससे शरीर में मौजूद विषाक्त कण निकल जाते हैं। फ्रेश नींबू पानी या लेमन टी का सुबह सेवन करने से कब्ज की समस्या से राहत पाई जा सकती है।
पुदीना और अदरक
पुदीना और अदरक दोनों ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। आपको बता दें कि पुदीना और अदरक दोनों की चाय बनाकर पीने से कब्ज की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
शहद से आराम
शहद के इस्तेमाल से भी कब्ज की परेशानी को दूर किया जा सकता है। इसके लिए 1 चम्मच शहद को गर्म पानी में मिलाकर पिएं। नियमित रूप से गर्म पानी में शहद डालकर सेवन करने से कब्ज की समस्या दूर रहती है।
सौंफ
आपके पाचन को बेहतर बनाने में सौंफ काफी फायदेमंद होती है। साथ ही कब्ज की समस्या में आप एक चम्मच सौंफ को भूनकर इसका सेवन गरम पानी के साथ रात में सोने से पहले कर लें। इससे गैस्ट्रिक एंजाइम के उत्पादन में बढ़ोतरी होने के साथ ही आपकी पाचन क्रिया भी दुरुस्त होती है।
त्रिफला
20 ग्राम त्रिफला रात को एक लिटर पानी में भिगोकर रख दीजिए। सुबह उठने के बाद त्रिफला को छानकर उस पानी को पी लीजिए। इससे कुछ ही दिनों में कब्ज की शिकायत दूर हो जाएगी।
किशमिश
किशमिश को पानी में कुछ देर तक डालकर गलाइए, इसके बाद किशमिश को पानी से निकालकर खा लीजिए। इससे कब्ज की शिकायत दूर होती है।
घी और दूध
घी ब्यूटिरिक एसिड का एक बढ़िया स्रोत है, जो आंतों के चयापचय में सुधार करता है और मल की गति में मदद करता है। रात को सोते समय एक कप गर्म दूध में 1 चम्मच घी मिलाकर सुबह के समय कब्ज को कम करने का एक प्रभावी तरीका है।
पालक
पालक, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, और मेथी जैसे हरे पत्ते न केवल फाइबर से भरे होते हैं बल्कि इनमें फोलेट और विटामिन सी और के भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। यह सभी तत्व आंतों के कामकाज को बढ़ावा देने में सहायक हैं।