हनुमान का दूसरा नाम संकटमोचन भी है और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जिस व्यक्ति पर हनुमान जी की कृपा होती है उसके जीवन में कभी कोई संकट नहीं आता. क्योंकि हनुमान अपने भक्तों के सभी संकटों को हर लेते हैं, यानि दूर कर देते हैं. वैसे तो हनुमान जी का पूजन प्रत्येक मंगलवार और शनिवार के दिन किया जाता है.
लेकिन हनुमान जयंती का दिन बेहद ही खास होता है क्योंकि इसी दिन हनुमान जी ने माता अंजना की कोख से जन्म लिया था. इसलिए हर साल चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि के दिन हनुमान जयंती मनाई जाती है. हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व है और इसे बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. आइए जानते हैं कि इस साल कब है हनुमान जयंती और पूजा का शुभ मुहूर्त.
इस साल चैत्र पूर्णिमा 6 अप्रैल 2023, गुरुवार को है. इस दिन भगवान हनुमान का जन्मोत्सव मनाया जाएगा, इस अवसर पर मंदिरों में मंत्र, जाप और अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है, साथ ही भव्य शोभायात्रा भी निकाली जाती है.
चैत्र पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ- 5 मार्च सुबह 9 बजकर 19 मिनट
चैत्र पूर्णिमा तिथि का समापन- 6 अप्रैल सुबह 10 बजकर 4 मिनट
हनुमान जयंती पूजा मुहूर्त
सुबह 06 बजकर 06 मिनट से 07 बजकर 40 मिनट तक शुभ उत्तम मुहूर्त
दोपहर में 12 बजकर 24 मिनट से दोपहर 01 बजकर 58 मिनट तक लाभ उन्नति मुहूर्त
शाम 05 बजकर 07 मिनट से 06 बजकर 42 मिनट तक शुभ उत्तम मुहूर्त
शाम 06 बजकर 42 मिनट से रात 08 बजकर 07 मिनट तक अमृत सर्वोत्तम मुहूर्त
पौराणिक मान्यता
शिव पुराण के अनुसार, हनुमान जी को भगवान शिव का 11वां अवतार माना जाता है. कलयुग में भगवान हनुमान का पूजन करने से ये अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं और शीघ्र उनकी मनोकामना पूरी करते हैं. इसके साथ ही हनुमान जी के पूजन से ग्रहों की पीड़ा और शनि दोष से भी मुक्ति मिलती है.
हनुमान जयंती पूजा विधि
इस बार हनुमान जयंती पर अलग-अलग समय पर पूजा का शुभ मुहूर्त है, आप अपनी सुविधानुसार किसी भी शुभ मुहूर्त पर पूजा कर सकते हैं. पूजा में हनुमान जी को लाल सिंदूर, फूल, अक्षत, पान की बीड़ा और लाल लंगोट अर्पित करें. इसके बाद लड्डू का भोग लगाएं, हनुमान चालीसा का पाठ करें और फिर आरती करें. आरती के बाद परिवार सहित प्रसाद ग्रहण करें. हनुमान जी की कृपा से आपके घर में सुख-शांति बनी रहेगी.