ब्रिटेन में कंजर्वेटिव पार्टी की ऐतिहासिक हार के बाद भारतवंशी ऋषि सुनक ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद लेबर पार्टी के कीर स्टार्मर ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं। सुनक के इस्तीफे के बाद किंग चार्ल्स ने स्टार्मर को सरकार बनाने का न्योता दिया था।
ब्रिटेन की लेबर पार्टी ने 14 साल बाद सत्ता में वापसी की है। 5 जुलाई (शुक्रवार) को आए नतीजों में पार्टी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। उसे 650 में से अब तक 412 सीटें मिली हैं। 3 सीटों पर नतीजे आने बाकी हैं।
ब्रिटेन में सरकार बनाने के लिए 326 सीटों की जरूरत होती है। वहीं 2022 से कंजर्वेटिव पार्टी का नेतृत्व कर रहे ऋषि सुनक को अब तक सिर्फ 120 सीटें मिली हैं। यह कंजर्वेटिव पार्टी की पिछले 200 सालों में सबसे बड़ी हार है। सुनक ने हार स्वीकार कर पार्टी से माफी मांगी है। उन्होंने स्टार्मर को भी फोन कर जीत की बधाई दी।
ब्रिटेन में 2 सितंबर, 1962 को जन्मे स्टार्मर पेशे से वकील हैं. लेबर पार्टी के अनुसार, उनका पूरा पेशेवर जीवन जरूरतमंद लोगों को न्याय दिलाने के लिए रहा है. वह ब्रिटेन की संसद में साल 2020 से प्रतिपक्ष और लेबर पार्टी के नेता हैं. वह 2015 से 2024 के लिए होलबोर्न और सैंट पैनक्रास से सांसद भी चुने गए हैं. स्टार्मर 2008 से 2013 तक सरकारी अभियोजन के निदेशक भी रहे हैं. स्टार्मर पूर्वी इंग्लैंड के सरी में ऑक्सटेड नामक एक छोटे शहर में पले-बढ़े हैं.
उनके पिता एक कारखाने में कारीगर थे और मां अस्पताल में नर्स थीं. स्टार्मर की मां को एक दुर्लभ और गंभीर बीमारी थी, जिसके चलते बचपन में उन्हें काफी परेशानियां उठानी पड़ीं. इन सबके बीच स्टार्मर ने 1985 में लीड्स विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक की डिग्री प्राप्त की.
इसी के साथ स्टार्मर विश्वविद्यालय जाने वाले परिवार के पहले सदस्य बन गए.वकीन बनने के बाद स्टार्मर ने काफी समय तक गरीबों को मुफ्त कानूनी सलाह दी और कई बड़े मामलों की पैरवी की. उन्हें मानवाधिकारों से जुड़े मामलों में विशेषज्ञता हासिल है.स्टार्मर ने उत्तरी आयरलैंड पुलिसिंग बोर्ड के मानवाधिकार सलाहकार के रूप में भी काम किया है.
2002 में उन्हें क्वीन्स काउंसिल नियुक्त किया गया. कानून और आपराधिक न्याय के क्षेत्र में सेवाओं के लिए 2014 में स्टार्मर को ‘नाइट कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द बाथ’ नियुक्त किया गया.