Friday, September 22, 2023
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Kubereshwar Dham में रुका रुद्राक्ष वितरण

कुबेरेश्वर धाम में भारी भीड़, करीब डेढ़ लाख लोग जुटे

बेकाबू भीड़ को देखते हुए लिया फैसला

सीहोर : मध्य प्रदेश के कुबेरेश्वर धाम सीहोर में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्र के रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन गुरुवार को भारी भीड़ के कारण स्थिति बेकाबू होती दिखाई दी. जब लोग रुद्राक्ष लेने की कोशिश कर रहे थे तो कई बार भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। आलम यह रहा कि धाम को जाने वाले सीहोर-इंदौर हाईवे पर 17 किमी लंबा जाम लग गया. अचानक तबीयत बिगड़ने से एक महिला की मौत हो गई। जबकि 3 महिलाएं लापता हो गई हैं।

40 फीसदी लोग लौट चुके रुद्राक्ष समारोह में अव्यवस्था के चलते प्रशासन ने कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण का कार्यक्रम रोक दिया है. लोग वापस लौटना शुरू नहीं हुए हैं इसलिए भीड़ कम होती जा रही है। कलेक्टर सीहोर प्रवीण सिंह ने बताया कि करीब 40 फीसदी लोग वापस लौट चुके हैं.

न आएं श्रद्धालुओं से प्रदीप मिश्रा की गुहार प्रदीप मिश्रा ने लोगों से रुद्राक्ष के लिए कुबेरेश्वर धाम नहीं आने को कहा है. उन्होंने कहा कि टिकट कैंसिल करा दो।

नासिक की रहने वाली थी मृतक मंडी थाने के एएसआई धरम सिंह वर्मा ने बताया कि महाराष्ट्र के नासिक के मालेगांव से आई मंगला बाई (50) की अचानक तबीयत खराब हो गई. उसे चक्कर आया और वह गिर पड़ी और उसकी मौत हो गई।

3 लापता : इसके अलावा छत्तीसगढ़ के भिलाई, राजस्थान के गंगापुर और महाराष्ट्र के बुलढाणा की तीन महिलाएं लापता हैं।

रुद्राक्ष लिए बिना ही लौट गए कई लोग यहां भगदड़ जैसी स्थिति के चलते रुद्राक्ष वितरण का कार्यक्रम रोक दिया गया है. कई लोग बिना रुद्राक्ष लिए ही अपने घर लौट गए।

सीएम को भी रद्द करना पड़ा अपना कार्यक्रम: इस रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम में आज 10 लाख से ज्यादा लोग जुटे, जिसके चलते सीएम शिवराज सिंह चौहान को भी अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा.

5 गुना से ज्यादा लोग आए: वहीं संभागायुक्त और डीआईजी ने कहा कि कार्यक्रम में कितने लोगों के पहुंचने की उम्मीद है इसकी जानकारी आयोजकों ने हमें दी थी. लेकिन पांच गुना से ज्यादा लोग आए। जिससे यह व्यवस्था चरमरा गई।

संभागीय आयुक्त मल सिंह भायदिया ने कहा कि छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे, जिससे व्यवस्था चरमरा गई.

3 हजार श्रद्धालु हुए बीमार कई श्रद्धालुओं ने बताया कि भीड़ में हाथापाई हो गई. जिससे महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों के अनुसार, कतार में लंबे समय तक खड़े रहने के कारण लगभग 3,000 श्रद्धालु बीमार पड़ गए। भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए बांस से बैरिकेड्स लगाए गए थे, जो टूट गए और भीड़ को नियंत्रित करने में विफल रहे।

रुद्राक्ष फेंके जाने की भी शिकायत की गई। कई लोगों ने कहा कि भगदड़ जैसी स्थिति होने पर रुद्राक्ष वितरण बंद कर दिया गया।

लोगों को नहीं मिला पानी : श्रद्धालुओं ने यह भी शिकायत की है कि उन्हें पीने का पानी तक नहीं मिला. बाथरूम भी बंद थे। न ही पार्किंग की व्यवस्था ठीक थी। रुद्राक्ष नहीं मिलने पर लोग पंडित मिश्रा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लौट गए।हैदराबाद से सीहोर के कुबेरेश्वर धाम आई एक महिला ने बताया कि यहां कोई व्यवस्था नहीं थी. पीने का पानी तक नहीं था।

ऑटो चालकों ने अधिक वसूला : लोगों ने यह भी कहा कि ऑटो चालक स्थिति का फायदा उठा रहे थे और मनमानी कीमत वसूल रहे थे।

इंदौर, हरियाणा और यूपी के भी कई श्रद्धालुओं ने कहा कि यहां कोई व्यवस्था नजर नहीं आई। कार पार्किंग की सुविधा नहीं। पीने का पानी भी नहीं मिला। श्रद्धालुओं ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह इतना बड़ा आयोजन था। प्रशासन ने नहीं की कोई व्यवस्था।

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