केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने पिक्सेल स्पेस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। दोनों मिलकर भारत के एग्रीकल्चर इकोसिस्टम को बढ़ाने के लिए एक प्रोजेक्ट पर काम करेंगे । एमओयू पर हस्ताक्षर डीए एंड एफडब्ल्यू के सचिव मनोज आहूजा, डीए एंड एफडब्ल्यू के अतिरिक्त सचिव प्रमोद कुमार मेहरदा और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुए।
प्रोजेक्ट का उद्देश्य फसल की मैपिंग, फसल की स्टेज को अलग करना, फसल के स्वास्थ्य की निगरानी करना और साइल आर्गेनिक कार्बन पर एनालिसिस मॉडल डेवेलोप करना है। कृषि मंत्रालय पिक्सेल के पाथफाइंडर सेटेलाइट से हाइपरस्पेक्ट्रल डेटा कलेक्ट करेगी ।
हाइपरस्पेक्ट्रल रिमोट सेंसिंग टेक्निक में सेटेलाइट द्वारा नैरो वेवलेंथ बैंड में स्पेक्टरल मेज़रमेंट करके फसलों की पैदावार पर नजर रखी जाती है। इससे हाइपरस्पेक्ट्रल का उपयोग करके फसल नुकसान का शीघ्र पता लगाने, कीट/बीमारी या पानी के कारण फसल नुकसान का निदान करने में भी मदद मिलेगी। डेटा सरकार की वर्तमान सलाहकार प्रणाली को मजबूत करने के कई अवसर देगा जिससे लाखों किसानों को लाभ होगा।
डीए एंड एफडब्ल्यू सचिव ने कहा कि एक नई स्टार्टअप कंपनी के साथ इस तरह के सहयोग से सेटेलाइट इमेजिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग करके काफी मदद मिलेगी। नई टेक्निक मैन्युअल सर्वेक्षणों और मापों पर निर्भरता कम कर देगी जिनमें समय लगता है और गलतियों की संभावना होती है।