रिश्ते की शुरुआत में सबकुछ अच्छा लगने लगता है। शुरुआती रिश्ते में एक दूसरे को समझना जरूरी होता है। लेकिन अगर शुरुआती रिश्ते में ही लड़ाई झगड़ा शुरू हो जाए तो ये आगे चलकर बेहद खराब मोड़ ले सकता है।
अक्सर रिश्ते में कंट्रोलिंग और डिमांडिंग बिहेवियर की बात समाने आती है। आपका पार्टनर आपको हर काम करने के लिए रोकता। आपकी लाइफ के पर्सनल स्पेस को खत्म कर देता है, जो आगे चल कर आपके लिए मुसीबत साबित हो सकता है।
हर कोई अपनी जीवनशैली में अलग होता है। दोनों पार्टनर के बीच में कुछ भी सामान्य ना होना भी सही नहीं है। ऐसे में ये लड़ाई का करण बनता है। रिश्ते में कम्पेटिबिलिटी का होना जरूरी है।
रिश्ते में आप जितना मर्जी सीरियस हों, आपको अपनी लिमिट सेट करना जरूरी है। बीना किसी लिमिट के भी स्थिति खराब हो सकती है, ऐसे में गलतफहमी का होना भी आम हो जाता है और ये अंत में रिश्ते को कमजोर बना देती है।
किसी भी रिश्ते में सम्मान और ईमानदारी का होना जरूरी है। यही दो गुण रिश्ते को मजबूत रखते हैं। यदि आपकी पसंद के लिए लगातार झूठ बोला जा रहा है या फिर आपको अंधेरे में रखा जा रहा है, तो आपको अपने रिश्ते के बारे में फिर सोचना चाहिए। इस बारे में अगर बात न की जाए तो यह आपके आत्मविश्वास और प्यार पर असर करेगा।
रिश्ते में ईर्ष्या और इनसिक्योरिटी रिश्ते को खत्म कर देती है। अपने पार्टनर का फोन चेक करना या फिर उसकी हर एक बात का अपडेट रखना रिश्ते में सही नहीं है। अगर ऐसा व्यवहार रिश्ते में बार-बार देखा जाए, तो यह बिल्कुल गलत है। इसे तुरंत रोकें और नजरअंदाज न करें।
यदि आपके रिश्ते में किसी भी बात के कारण लड़ाई है, तो इसे आप अपने पार्टनर के साथ बैठ कर आराम से सुलाझाएं, लेकिन फिर भी आपका पार्टनर ये दोहरा रहा है तो आपको अपने इस रिश्ते के बारे में सोचना चाहिए।