झुलसा देने वाली धूप में लगना पड़ रहा कतार में, भक्तों की परेशानी बढ़ी…
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन। ग्रीष्मकालीन अवकाश के अंतिम दिनों में महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। सामान्य दर्शनार्थियों की कतारें भी बेरिकेड्स में फुल नजर आ रही है। परिसर में निर्मित हो रही नई टनल से लेकर महाकाल मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार तक श्रद्धालुओं को धूप में खड़े रहना पड़ रहा है। छांव के लिए लगाए गए टेंट गायब हो गए है। इससे श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है।
महाकालेश्वर मंदिर में ग्रीष्मकालीन अवकाश के अंतिम दिनों में रोजाना हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ दर्शन के लिए उमड़ रही है। आम श्रद्धालुओं को महाकाल लोक से होकर फेसेलिटी सेंटर होते हुए निर्मित हो रही नई टनल से नवग्रह मंदिर के समीप होते हुए महाकाल के मुख्य प्रवेश द्वार से प्रवेश दिया जा रहा है। यहां नई टनल से लेकर प्रवेश द्वार तक दोनों ओर बेरिकेड्स लगाकर श्रद्धालुओं की लाईन चलाने की व्यवस्था की गई है।
करीब एक माह पहले बेरिकेड्स के ऊपर महाकाल मंदिर समिति ने गर्मी को देखते हुए श्रद्धालुओं को धूप से बचाने हेतु टेंट और शामियाने लगाए गए थे। परंतु पिछले एक सप्ताह से धीरे-धीरे बेरिकेड्स के ऊपर लगाए गए टेंट धीरे-धीरे गायब हो गए है। ऐसे में श्रद्धालुओं को भीषण गर्मी में बेरिकेड्स के बीच कतार में लंबे समय तक लगना पड़ रहा है। ४० डिग्री सेल्सियस के तापमान के बीच श्रद्धालु कई बार दर्शन की कतार भीड़ के कारण देरी से आगे बढऩे पर लगभग २० से ३० मिनट तक झुलसा देने वाली धूप और गर्मी के बीच खड़े रहना पड़ रहा है। परिसर में कई जगह मेट भी नहीं बिछी हुई है। इस कारण श्रद्धालुओं के पैर जल रहे है।
दोपहर में स्थिति और खराब
सामान्य दर्शनार्थियों के लिए गर्भगृह से दर्शन की व्यवस्था मंगलवार, बुधवार, गुरुवार तथा शुक्रवार को दोपहर १ बजे से लेकर ४ बजे तक निर्धारित है। इधर ग्रीष्मकालीन अवकाश भी समाप्त होने वाला है। ऐसे में महाकाल दर्शन करने आ रहे सामान्य दर्शनार्थियों को दोपहर १ से ४ बजे के बीच बगैर टेंट की छांव के लंबे समय कतार में खड़े रहना पड़ रहा है। इसी समय गर्मी भी अपना रौद्र रूप दिखा रही है। हालांकि इसके पहले भी सामान्य दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा है, लेकिन उन्हें नंदी हॉल के पीछे बेरिकेड्स से चलायमान दर्शन कराए जा रहे है।