ग्रामीण क्षेत्र में कुल 16 थाने और एक चौकी में से 8 के मोबाइल बंद
एसपी की कांफ्रेंस बनी दिखावा..
एएसपी से लेकर थाना प्रभारी को अपराधों की जानकारी नहीं
अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन।एसपी सचिन शर्मा द्वारा जिले भर में गुण्डे बदमाशों और सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों के अलावा यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई के निर्देश दिये जा रहे हैं जबकि स्थिति इसके ठीक उलट है। ग्रामीण क्षेत्र के आधे से अधिक थानों के मोबाइल या तो बंद हैं या इन्हें रिसीव करने वाला नहीं है। खास बात यह कि एएसपी से लेकर थाना प्रभारी तक को अपराधों की जानकारी नहीं होती ऐसे में फरियादियों की फजीहत हो रही है।
किस थाने में क्या है स्थिति
थाना घट्टिया
सुबह : 9.15 बजे
लैंडलाइन नंबर पर फोन रिसीव नहीं हुआ तो थाने के मोबाइल पर कॉल कियागया। फोन रिसीव करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम नहीं बताया बस इतना कहा कि एचसीएम विजय चौहान नहीं हैं। वह आएंगे तो बात करा देंगे। इसी थाने पर सुबह 10 बजे तक एचसीएम नहीं पहुंचे और फोन रिसीव करने वाला कहता रहा कि हम तो संतरी हैं, हमें जबरन बैठा दिया जाता है हमें कोई जानकारी नहीं होती। विजय हेडसाब ही जानकारी बता पाएंगे।
थाना राघवी
सुबह : 9.20 बजे
थाने का लेंडलाइन और मोबाइल दोनों नंबर बंद थे। थाना प्रभारी रोहित पटेल से मोबाइल पर संपर्क किया गया। पशु क्रूरता का केस दर्ज होने की जानकारी चाही तो उनका कहना था केस जरूर दर्ज हुआ है लेकिन आरोपियों के नाम, पते नहीं मालूम। आधे घंटे बाद जानकारी दे पाउंगा।
थाना तराना
सुबह : 9.35 बजे
थाना तराना- थाने का मोबाइल नंबर बंद, लेंडलाइन फोन चालू था। फोन अटेंडर ने कॉल रिसीव कर जानकारी भी दी।
थाना महिदपुर- थाने के लैंडलाइन और मोबाइल दोनों नंबरों पर लगातार रिंग जाती रही लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। सुबह 9.35 से 9.50 तक कोई फोन अटेंडर मौजूद नहीं था। यही स्थिति कायथा और भाटपचलना सहित अन्य थानों की रही।
इसलिए ग्रामीण खतरे में
ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकांश थाना क्षेत्रों में 50 से अधिक गांव आते हैं जिनकी आबादी 5 हजार से अधिक है। किसी भी गांव में यदि घटना-दुर्घटना होती है और लोग यदि पुलिस को फोन पर सूचना देना चाहें तो थाने में फोन नहीं लगते और लगते भी हैं तो जिम्मेदार नहीं मिलते हैं।
शहर में गश्त… गांवों की स्थिति खराब….
पिछले एक सप्ताह से पुलिस द्वारा शहर में पैदल भ्रमण, काम्बिंग गश्त, वाहन चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है, बीती रात भी एएसपी, सीएसपी और थाना प्रभारियों ने टीम के साथ वारंटियों की धरपकड़ की है, लेकिन एक भी खूंखार या ईनामी बदमाश गिरफ्त में नहीं आया वहीं दूसरी ओर गांवों की स्थिति यह है कि अनेक थानों के प्रभारी फोन तक रिसीव नहीं करते। यह स्थिति ग्रामीण एएसपी की भी है।