ऑडियो वायरल, बोल वचन पड़े भारी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी का एक्शन-24 घंटे में ही उज्जैन शहर कांग्रेस अध्यक्ष की विदाई
चुनाव में चंद महीने शेष, नए अध्यक्ष की हलचल महिला नेत्री को कमान सौंपने पर भी मंथन…!
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:नेताओं पर टीका-टिप्पणी, प्रत्याशी का नाम तय होने के साथ ही आपत्तिजनक बातें शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया को भारी पड़ गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भदौरिया को पद से हटा दिया है। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने पत्र जारी कर भदौरिया को पद से मुक्त कर दिया है। इसकी पुष्टि कांग्रेस की उज्जैन जिला प्रभारी शोभा ओझा ने की है। इधर शहर में नए अध्यक्ष को लेकर कवायद शुरू हो गई है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया का ऑडियो वायरल होने से कांग्रेस में बवाल मच गया था। रवि भदौरिया को शहर कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाने के बाद नए अध्यक्ष को लेकर हलचल शुरू हो गई है। विधानसभा चुनाव से पहले इस दौड़ में कई नाम सामने आ गए हैं। चर्चा है कि किसी महिला नेत्री को भी कमान सौंपने पर पार्टी मंथन कर रही है। दो या तीन दिन में नए अध्यक्ष को लेकर कोई फैसला होने की संभावना है।
विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण से संबंधी ऑडियो वायरल होने के बाद पार्टी के उपाध्यक्ष राजीव सिंह ने भदौरिया को हटाने का आदेश जारी कर दिया लेकिन अध्यक्ष पद पर अभी किसी की नियुक्ति नहीं की है। पार्टी सूत्रों के अनुसार संगठन में इस पर गंभीरता से विचार हो रहा है, क्योंकि अब नए अध्यक्ष पर विधानसभा चुनाव की अहम जिम्मेदारी होगी। इस कारण नए अध्यक्ष के नाम को लेकर हर पहलुओं पर मंथन हो रहा है।
पार्टी इस बार महिला कार्ड भी खेल सकती है ताकि चुनाव से पहले एक अलग संदेश दिया जा सके। इसके लिए पार्षद माया त्रिवेदी का नाम भी चर्चा में है। त्रिवेदी को अगर विधानभा में उतारने की रणनीति बनी तो किसी दूसरे नाम पर विचार किया जाएगा। इसमें नूरी खान का नाम भी शामिल है। चेतन यादव, रवि राय, विक्की यादव और चुन्नू शर्मा के नाम भी दौड़ में सामने आए हैं। संगठन के सदस्य इस मामले में विचार करेंगे।
अधिकृत सीडीआर पार्टी को भेजी, जवाब के आधार पर फैसला
कांग्रेस के उपाध्यक्ष राजीव सिंह ने ‘अक्षरविश्व’ से चर्चा में बताया कि नए अध्यक्ष को लेकर दो तीन दिन में फैसला लिया जाएगा। भदौरिया के उत्तर का भी अध्ययन किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार वायरल ऑडियो की अधिकृत सीडीआर भी पार्टी को भेजी गई है। इसका भी अध्ययन होगा। पार्टी में इस बात की भी चर्चा है कि पूर्व विधायक डॉ. बटुकशंकर जोशी और नूरी खान के पास यह ऑडियो दो दिन पहले ही पहुंच गया था।
सोमवार को महिदपुर में कमलनाथ की सभा से एक दिन पहले यह वायरल हो गया और पार्टी ने भी ताबड़तोड़ एक्शन लेकर मैसेज दे दिया कि वह ऐसे किसी मामले में देर नहीं करेगी। आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी कोई चूक नहीं छोडऩा चाहती। इस मामले को लेकर पार्टी में आंतरिक घमासान और तेज हो गई है। ऐसे में पार्टी की कमान अगर नूरी को सौंपने का निर्णय हुआ तो वह राजनीतिक रूप से चौंकाने वाला होगा।
यह है 5 मिनट 2 सेकंड की वायरल ऑडियो क्लिप में
शनिवार को 5 मिनट 2 सेकंड की ऑडियो क्लिप वायरल हुई। इसमें दो आवाज सुनाई दे रही है। (वायरल ऑडियो की पुष्टि हम नहीं करते है।)
पहली आवाज: आज साहब ने मुझसे पूछा कि न्यूसेंस किसने फैलाया? मैंने कहा- उज्जैन में एक ही न्यूसेंस नेता है। अभी हाल ही में बात हुई तो बोले कि इसको समझाया नहीं। मैंने कहा- कितना समझाएं, न्यूसेंस है।
दूसरी आवाज: किसको?
पहली आवाज: अरे… क्या बोला है नूरी से तुम्हें नहीं मालूम। मैं बताता हूं। बताओ क्या बोला, ये बोला कि तुम्हें टिकट-विकट दे देंगे?
दूसरी आवाज: नहीं, टिकट विकट का बोलते हैं क्या कभी बड़े नेता कि क्या टिकट रहेगी फाइनल।
पहली आवाज: सुनो, ये डॉक्टर साहब (डॉ. बटुक शंकर जोशी) से बोलना कि थोड़ा मजबूत हो, तुम्हारे दोनों दुश्मन चुनाव लड़ रहे हैं। उज्जैन दक्षिण से राजेंद्र वशिष्ठ लड़ रहा है और उत्तर से माया का लगभग लगभग फाइनल कर दिया है।
दूसरी आवाज: हां, सही कह रहे हैं आप।
पहली आवाज: मैं बताऊं तुमको, अब उसको सिर्फ मैं ही काट सकता हूं।
दूसरी आवाज: उसके लिए क्या करना है, आप तो ये बताओ। उसको कैसे काट दोगे?
पहली आवाज: गलत जगह एनर्जी क्यों वेस्ट कर रहे हो? गलत जगह एनर्जी वेस्ट की तुमने।
दूसरी आवाज: मेरे पास मैसेज आया कि चलना है तो मैंने कहा कि चलो।
पहली आवाज: अपने भाई से पूछना तो था।
दूसरी आवाज: इसमें मेरी गलती थोड़ी है। अगर वो किसी और का कहता तो मैं थोड़ी जाता। वो थोड़ी मेरे अपोजिट था।
पहली आवाज: सुनो, यह डॉक्टर की औकात है न..जो मैं बोल रहा हूं..जीरो हो गई है जीरो। पूरी ताकत लगा लेगा तो भी वहां पर कुछ कर नहीं पाएगा। आज तक रवि भदौरिया नहीं समझ पाया तो वहां कौन पूछ लेगा उसको।
दूसरी आवाज: आप ही बताओ, वो तो गुरु रहे हैं।
पहली आवाज: गुरु है तो क्या करूं? गलत दिशा और गलत समय तीर नहीं चलाना।
दूसरी आवाज: अरे मेरी बात सुनो, बस तुम लाओ। मैं तो तुम्हारे साथ हूं।
पहली आवाज: मेरी टिकट की परवाह मत करो। कमलनाथ जी मेरे दोस्त हैं। और जिस तरह की ये लोग राजनीति कर रहे हैं न..कोई पूछने वाला नहीं मिलेगा इनको। सत्य बता रहा हूं मैं। ये आदमी (डॉ. बटुक शंकर जोशी) अपने लोगों को खत्म करता है। आज तुम लोग गए न टिकट के लिए। नूरी खान का टिकट नहीं हो रहा है वहां पर, ध्यान रखना। कोई मुस्लिम नेता धार्मिक नगरी के अंदर टिकट नहीं ला पाएगा। लेकिन अपन क्यों चले गए?
दूसरी आवाज: अरे नूरी खान अपने नेता के लिए ही लेकर गई न कमलनाथ जी के पास।
पहली आवाज: बहुत बढिय़ा बात बोली तुमने कि अपने नेता के लिए गए। मैं नमस्कार करता हूं तुमको। आप चले गए। आपने मुझसे पूछा नहीं। इलाज कर देंगे, चिंता मत करो। तुम्हें मुझे एक फोन तो लगाना था न। सुन लो, यहां से वहां तक फील्डिंग करी है। मेरा एक शब्द वहां बोल देता न तो इसकी तो औकात नहीं थी कि जीवित कर देता। मैंने वहां जिंदा रखा है। अशोक भाटी, मुकेश भाटी उनके सबके बोलने के बाद भी।
दूसरी आवाज: आपकी खिलाफत वाला मामला होता तो मेरा बाप भी नहीं जाता।
पहली आवाज: मेरी खिलाफत से मतलब नहीं है। मैं तो उसी आदमी को मानूंगा न, जो मुझसे पूछकर जाएगा। चलो समय है, देखते हैं..आगे करते हैं इलाज। तुम्हारा आज ही इलाज कर देंगे।