बच्चों के जिद्दी व्यवहार से निपटना माता-पिता के लिए एक कठिन काम है। बच्चों में जिद्दीपन माता-पिता की आम समस्याओं में से एक है। बच्चों से उस तरह से काम करवाना जिस तरह से माता-पिता चाहते हैं, कभी-कभी माता-पिता के लिए काफी तनावपूर्ण होता है। यहां बताया गया है कि आप अपने जिद्दी बच्चे को अपनी बात कैसे मनवा सकते हैं। आइए जिद्दी बच्चों से निपटने के लिए कुछ रणनीतियों पर नजर डालें।
ध्यान भटकाएं
ऐसी कुछ स्थितियां हो सकती हैं जिसमें आप और आपका बच्चा एक दूसरे से सहमत न हों, उदाहरण के लिए कार की सीट। यदि आपकी और आपके बच्चे की इच्छाओं के प्रति तालमेल नहीं बैठता है तो यह बताकर उसका ध्यान भटकाएं कि आप कहाँ जा रहे हैं बजाय इसके कि आप कैसे जा रहे हैं।
बहस न करें
जिद्दी बच्चे हमेशा तर्क-वितर्क के लिए तैयार रहते हैं इसलिए उन्हें इसका अवसर न दें। हमेशा अपने बच्चे को आराम से सुनें और इसे तर्क के बजाय बातचीत में बदल दें। जब आप अपने बच्चे को यह दिखाते हैं कि आप उसके पक्ष की बात सुनने को तैयार हैं तो इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि वह आपकी बात भी सुनने को तैयार रहेगा।
एक अच्छा कनेक्शन बनाएं
यदि आप चाहते हैं कि आपका बच्चा टीवी देखने के बजाय अपना होमवर्क करने बैठ जाए तो थोड़ी देर के लिए बच्चे के साथ टीवी देखने का प्रयास करें। इससे आप दोनों के संबंध में मित्रता का भाव आएगा और थोड़ी देर के बाद आप उससे पूछ सकते हैं कि क्या अब वह अपना होमवर्क करेगा और आप उसके पास एक किताब लेकर पढ़ना शुरू करें या कुछ और काम करें। वह आपको देखकर पढ़ना शुरू करेगा।
बच्चे को विकल्प दें
बच्चे से यह पूछना कि वह क्या करना चाहता है, इससे उसकी जिद्द को बढ़ावा मिल सकता है। ऐसा करने के बजाय आप उसे दो विकल्प देकर चुनाव करने की आजादी दें। इससे आपका बच्चा अपने जीवन पर खुद का अधिकार समझेगा और आजादी से मनचाहे फैसले ले सकता है।
बच्चे की जगह पर खुद को रखकर देखें
किसी भी समस्या को बच्चे के दृष्टिकोण से भी देखें और समझने का प्रयास करें कि वह ऐसा व्यवहार क्यों कर रहा है। यदि आपने उससे वादा किया है कि आप उसे पार्क में घुमाने ले जाएंगे किंतु शायद मौसम खराब होने के वजह से आपने ऐसा नहीं किया है तो आपको उसे यह समझाने का प्रयास करना होगा कि वादा पूरा करना संभव क्यों नहीं है। आपके बच्चे को सिर्फ यह दिखेगा कि आपने उससे किया हुआ वादा तोड़ा है किंतु यदि आप उसे समझाएंगे कि आप बाहर क्यों नहीं जा सकते हैं और बाहर जाने का कोई और दिन निर्धारित करेंगे तो आप स्थिति को सरलता से संभाल सकते हैं।
घर में शांति बनाए रखें
सुनिश्चित करें कि आपका घर एक ऐसी जगह है, जहाँ आपका बच्चा हर समय खुश, आरामदायक और सुरक्षित महसूस करता है। घर में हर किसी से विनम्र रहें, विशेष रूप से अपने पति या पत्नी से क्योंकि बच्चे आपको देखकर ही सीखते हैं। वे जो देखते हैं उसी की नकल करते हैं इसलिए यह आवश्यक है कि आप शांति बनाए रखें एवं बच्चे के सामने तर्क-वितर्क व अपमानजनक शब्दों का उपयोग न करें।
नियम, दंड और पुरस्कार तय करें
जिद्दी बच्चों के लिए नियम-कायदों की जरूरत होती है इसलिए सीमाओं को निर्धारित करें और पारिवारिक बैठक में अपनी उम्मीदों को स्पष्ट रूप से कहें। अपने बच्चे से इसका नतीजा और दृष्टिकोण पूछें। इसमें कठोरता बिलकुल भी नहीं होनी चाहिए । कई बार नरम व उदार होना भी जरुरी है खासकर जब आप छुट्टी पर होते हैं या ऐसे अवसरों पर जब आपका बच्चा अनुकरणीय व्यवहार प्रदर्शित करता है। इससे उन्हें पता चलता है कि नियम पालन करने पर पुरस्कृत किया जा सकता है और इसका उद्देश्य कठोरता तो बिलकुल भी नहीं है।