रिटर्न दाखिल करने के लिए परेशान हुए करदाता
जीएसटीएन पोर्टल छह घंटे से ज्यादा समय तक ठप रहा
अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन।जीएसटी लागू होने के पांच साल बाद भी जीएसटीएन के हालात नहीं सुधरे। गुरुवार को पोर्टल छह घंटे से ज्यादा समय तक ठप रहा। दोपहर में पोर्टल पर रिटर्न दाखिल होना बंद हो गए। उच्चाधिकारियों के प्रयासों से देर रात पोर्टल शुरू हो सका।
दरअसल, मार्च के मासिक जीएसटी रिटर्न थ्री-बी दाखिल करने के लिए 20 अप्रैल आखिरी तारीख थी। दोपहर दो बजेे से पोर्टल पर रिटर्न दाखिल होना बंद हो गए। रिटर्न दाखिल करने पर वह सबमिट होने की बजाय पोर्टल से संदेश मिलता कि पोर्टल अपनी अधिकतम क्षमता पर पहुंच चुका है।
रिटर्न दाखिल करने के लिए कुछ क्षणों बाद कोशिश करें। कर सलाहकार और सीए इस संदेश को देखकर थोड़ी देर में रिटर्न दाखिल होने की उम्मीद करते रहे। हालांकि, रात आठ बजे तक भी रिटर्न दाखिल नहीं हो सके। उज्जैन में ही हजारों करदाता रिटर्न दाखिल होने की मशक्कत करते रहे। इस दौरान कर सलाहकार और सीए के दफ्तरों में भी कर्मचारियों को बैठाए रखा गया।
आनलाइन है पूरी प्रणाली…
जीएसटी में पूरी प्रणाली आनलाइन है। सिस्टम ऐसा है कि व्यापारी अंतिम तारीख के पूर्व अपने ऊपर आने वाला टैक्स दायित्व तो कैश लेजर में जमा कर देता है, यानी टैक्स चुका देता है, लेकिन वह आनलाइन रिटर्न दाखिले की प्रक्रिया नहीं करता तो भी उसे पहले जमा टैक्स पर ब्याज और पेनाल्टी देना पड़ती है।
ऐसे में पोर्टल की खराबी कई करदाताओं पर भारी पड़ जाती है। दिनभर परेशान होने के बाद अधिकारियों को फोन लगाया। उन्हें बताया गया कि पोर्टल पर आखिरी तारीख पर अधिक लोड आने से परेशानी आ रही है। उच्चाधिकारियों के प्रयासों से रात साढ़े आठ बजे बाद पोर्टल फिर से शुरू हो सका। इस बीच जीएसटीएन से हिदायत दी गई कि रिटर्न दाखिल करने के लिए अंतिम तारीख का इंंतजार न करें।