टीके का सेकंड डोज कई लोगों ने लगवाया
उज्जैन। टीकाकरण महाअभियान के अवसर पर गुरुवार को कोवैक्सीन व कोविशिल्ड के बचे हुए दूसरे डोज को आमजन ने उत्साह के साथ टीकाकरण केंद्र पर आकर लगवाया और कोरोना महामारी के विरुद्ध ढाल को मजबूती दी।
जिला प्रशासन द्वारा टीकाकरण केंद्रों पर सभी प्रकार की सुविधाएं आमजन के लिए की गई थी। अतिरिक्त विश्व बैंक कॉलोनी में टीकाकरण केंद्र में 31 वर्षीय सोनू यादव ने कोविशिल्ड का दूसरा डोज लगवाया। उन्होंने बताया डोज लगवाने के लिए उन्हें फोन आया था। टीकाकरण केंद्र पर आकर बिना विलंब के टीका लगा।
अतिरिक्त विश्व बैंक कॉलोनी में बनाए गए एक अन्य टीकाकरण केंद्र पर 60 वर्षीय सजनसिंह कोवेक्सीन का दूसरा डोज अपनी पत्नी के साथ लगवाने के लिए आए थे। वे दोनों मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया टीकाकरण अत्यन्त जरूरी है। पहले उन्होंने टीका लगवाया। उनका निवास ग्राम ढाबला रेहवारी में है।
फाजलपुरा में टीकाकरण केंद्र में केरल के रहने वाले 29 वर्षीय जस्टिन सेबेस्टियन अपनी बड़ी बहन के साथ टीका लगवाने आए उनकी बहन पेशे से नर्स है। उन्होंने बताया फ्रंटलाइन वर्कर की श्रेणी में आने से उन्हें पहले ही दोनों डोज लग चुके थे। उनके भाई यहां नौकरी के लिए आए हैं। सबसे पहले उन्होंने कोविशिल्ड का दूसरा डोज लगवाकर अपने आपको तथा सभी को सुरक्षित किया। बुधवारिया में रहने वाले 19 वर्षीय राज दाहिमा अपने दोस्त के साथ कोविशिल्ड का दूसरा डोज लगवाने आए थे। उन्होंने बताया उनके परिवार में सभी को दोनों डोज लग चुके हैं। राज अपने दोस्त मयंक के साथ पढ़ाई करते हैं। एक अन्य व्यक्ति 34 वर्षीय भूषण मूले मंडी में जॉब करते हैं। उन्होंने बताया कि कोविशिल्ड का दूसरा डोज निर्धारित अवधि के बाद उन्हें आज लगा है।
निजातपुरा में रहने वाले 30 वर्षीय वसीम पेंटिंग का काम करते हैं। वे अपनी माता के साथ यहां कोविशिल्ड का पहला डोज लगवाने आये थे। उनसे पूछा कि इतने समय तक उन्होंने पहला डोज क्यों नहीं लिया, तो उन्होंने कहा उन्हें टीका लगवाने में डर लग रहा था। उनकी मां आज टीकाकरण केन्द्र पर लेकर आई हैं। परिवार में सभी को दोनों डोज लग चुके हैं। वसीम जब भी बाहर जाते थे तो यही डर लगा रहता है कि अभी तक उन्होंने टीका नहीं लगवाया है। इसीलिये आज टीकाकरण महाअभियान के बारे में जैसे ही उन्हें पता चला वे अपने नजदीकी केन्द्र पर टीका लगवाने आए। 25 वर्षीय शुभांगी सूर्या पेशे से सीए है। वे भी अपने पिता के साथ कोविशिल्ड का दूसरा डोज लगवाने के लिये आई थी।