Monday, December 11, 2023
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डॉक्टर को मेडिकल स्टोर वाला धमकी दे गया अस्पताल के भीतर…!

डॉक्टर को मेडिकल स्टोर वाला धमकी दे गया अस्पताल के भीतर…!

कहां है पुलिस…? अब मेडिकल संचालक की शिकायत उच्च स्तर तक पहुंची

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:शहर के एक नामी अस्पताल में सेवा दे रहे डॉक्टर ने जब मरीज द्वारा पर्चे पर लिखी दवाई का मिलान किया तो उसने मरीज से कहा कि जो दवाई लिखी थी, वह तो है ही नहीं, बदलवाकर लाओ। मरीज जब मेडिकल स्टोर पर पहुंचा तो मेडिकल वाला भड़क गया। वह अस्पताल में डॉक्टर के कक्ष में पहुंचा और कथित तौर पर धमकी दी कि जो लिखा है वही दवाई दी है। साथ ही कहा कि आगे से उसके (मेडिकल स्टोर) खिलाफ मरीजों को भड़काना मत। मेडिकल वाले की शिकायत अब उच्च स्तर तक पहुंच गई है।

पूरा मामला इस प्रकार है-

पुष्पा मिशन हॉस्पिटल की ओपीडी में एक एमडी फिजिशियन ने मरीज को देखा और दवाई लिखी। तीन दिन बाद दिखाने को कहा। डॉक्टर के अनुसार तीन दिन बाद जब मरीज आया तो उसने बताया कि उसे कोई लाभ नहीं हुआ है। डॉक्टर ने कहा कि मैंने तो सही कोर्स लिखा था, तुमने दवाई दूसरी तो नहीं ले ली? बाजार में कम दाम पर ऐसी दवाईयां भी आ रही है जो या तो परिणाम नहीं देती या फिर देरी से देती है। तुम ऐसा करो, बिल बताओ। मरीज ने कहा कि उसे बिल नहीं दिया गया।

इस प्रतिनिधि को जानकारी देते हुए डॉक्टर (नाम गोपनीय रखा जा रहा है) ने बताया कि उन्होंने कोर्स को रिपिट किया और मरीज के परिजन से कहा कि दुकानदार से कहना कि बिल दे। नहीं दे तो कच्चा बिल मांग लेना, पर ले लेना। दवाईयां आकर मुझे बताना। उसके बाद घर जाना।

इस पर मरीज का परिजन दवाईयां लेकर आया और कहा कि सर, बिल नहीं दिया। दवाईयां मिलाकर देख लो। डॉक्टर ने मरीज के परिजन से कहा कि जो दवाईयां लिखी है, वह है ही नहीं। पिछली बार भी ऐसा ही हुआ होगा। इसीलिए आपको आराम नहीं पड़ रहा है। आप ये दवाई वापस करो और जहां मिले वहां से पर्चे में लिखे अनुसार दवाई खरीद लो। मरीज का परिजन इस बार मेडिकल स्टोर पर गया और रोष व्यक्त किया।

इस पर दुकानदार ने कहा कि डॉक्टर झूठ बोल रहा है,चलो मैं आपके साथ चलता हूं। वह मरीज के परिजन के साथ पुष्पा मिशन हास्पिटल की ओपीडी में पहुंचा। डॉक्टर के अनुसार संबंधित मरीज और उसके परिजन के सामने उसे दुकानदार ने कथित धमकी दी और कहा कि आगे से ऐसा मत करना। जो दवाई दी है, वह सही है। इस घटना के बाद डॉक्टर ने सारा मामला अस्पताल प्रशासन को बताया।

इधर शनिवार को उन्हीं डॉक्टर ने एक मरीज को दवाई लिखी और कहा कि खरीदकर ले आओ, किस प्रकार लेना है, बता दूंगा। मरीज का परिजन उसी दुकान पर गया और दवाई खरीदी तथा बिल मांगा। दुकानदार ने इस बार बिल दे दिया। जब मरीज का परिजन बिल और दवाई लेकर डॉक्टर के पास आया तो डॉक्टर ने सिर पकड़ लिया। उन्होंने कहा कि ये दवाईयां तो मैंने लिखी ही नहीं। कहां से लाए? मरीज के परिजन ने बिल दिखा दिया। बिल उसी मेडिकल स्टोर का था। इस पर उन्होंने अस्पताल प्रशासन को सारी बात बताई।

ड्रग इंस्पेक्टर को की गई शिकायत

इस घटना की जानकारी शनिवार को ही ड्रग इंस्पेक्टर को दी गई वहीं उच्च स्तर तक इसकी शिकायत की गई। उल्लेख किया गया कि डॉक्टर को मेडिकल स्टोर वाला अस्पताल के अंदर ओपीडी में आकर कथित रूप से धमका गया है। डॉक्टर भी डर से गए हैं। ऐसा न हो कि उनके साथ कोई घटना हो जाए।

इनका कहना है..

ड्रग इंस्पेक्टर धर्मसिंह कुशवाह से इस बारे में चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें मरीज का पर्चा, दवाई का बिल तथा मरीज से संबंधित जानकारी प्राप्त हो गई है। जांच करने के बाद दोष सिद्ध होता है तो कार्रवाई करेंगे।

डॉक्टर का कहना था कि वे अपनी जगह सही है। बहुत सारी दवाईयां काम्बीनेशन वाली और बहुत सारी सेल्फ होती है। यह डॉक्टर तय करता है कि मरीज को क्या और कितना देना चाहिए। मेडिकल वाला अपने हिसाब से दवाईयां दे रहा है। बिल भी नहीं देता है मरीज के परिजनों को। यदि किसी मरीज को कुछ हो गया तो जिम्मेदार कौन होगा?

प्रशासन के एक दायित्ववान ने कहा कि उनके पास शिकायत आ गई है। उहोने कहा कि जल्द ही वे उचित कार्रवाई करेंगे। यदि डॉक्टर ने नामजद शिकायत की तो आरोपी के खिलाफ डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट में भी कार्रवाई कर सकते हैं।

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