44 खंडपीठों में मामलों की सुनवाई शुरू
उज्जैन। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आर.के. वाणी के मार्गदर्शन में शनिवार को जिला न्यायालय परिसर में मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया गया।
बात दें कि जिला व तहसील न्यायालयों में शनिवार को संयुक्त रूप से नेशनल लोक अदालत आयोजित हो रही है। लोक अदालत के लिए 44 खंडपीठों का गठन किया है। इनमें से जिला न्यायालय में भी सभी खंडपीठ कार्य करेंगी। इन्हीं खंडपीठ के पटल पर विभिन्न मामलों को रखा जाएगा और आपसी सुलह समझौतों के तहत निराकरण किया जाएगा।
लोक अदालत में लगभग 3000 प्रीलिटिगेशन प्रकरण (जो मामले कोर्ट न पहुंचे हों) और न्यायालय में प्रक्रियारत लगभग 1000 मामलों पर सुनवाई होगी। शनिवार को सुबह दस बजे से लोक अदालत का कार्य शुरू हुआ, लोक अदालत में रखे जाने वाले प्रकरणों में सर्वाधिक संख्या जल कर, सम्पति कर, आपराधिक, दीवानी, मोटर दुर्घटना, चेक बाउंस व बिजली कंपनी से संबंधित हैं।
अभिभाषकों ने किया बहिष्कार
एक तरफ जिला न्यायालय में शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। वहीं दूसरी ओर पुराने लम्बित मामलों के शीघ्र निराकरण की मांग को लेकर अभिभाषकों ने लोक अदालत की कार्रवाई में भाग न लेकर बहिष्कार किया है। जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष अशोक यादव ने बताया कि उच्च न्यायालय द्वारा 62 दिनों में 25 सूचीबद्ध प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के लिए सभी जिला न्यायालयों को जो निर्देश दिए है। वे वस्तुत: अव्यवहारिक है इससे अभिभाषक तनाव में है और इस कारण पक्षकारों के साथ भी न्याय नहीं हो रहा है।