देवास जिले के नेमावर थाने के टीआई राजाराम वास्कले की रविवार को स्टॉप डैम में डूबने से मौत हो गई थी। सोमवार को उनके गृह ग्राम बड़वानी जिले के कौयड़िया में उनका अंतिम संस्कार किया गया। वास्कले की अंतिम यात्रा में हजारों लोगों के साथ ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए। दिवंगत पुलिस अधिकारी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
कैबिनेट मंत्री प्रेम सिंह पटेल, पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन, कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग और एसपी पुनीत गेहलोद ने अर्थी को कंधा दिया। दिवंगत राजाराम वास्कले का अंतिम संस्कार नर्मदा नदी स्थित लोहारा घाट पर हुआ।
इस दुखद घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने टीआई के परिवार को 1 करोड़ रुपए की सम्मान निधि देने की बात कही है। सीएम ने कहा की राजाराम वास्कले दुर्भाग्य से भंवर में फंस गए और हमारे बीच नहीं रहे वे कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थे और कर्तव्य का पालन करते उन्होंने बलिदान दिया हे उनकी पत्नी दो बच्चे जिनमें 4 साल का बेटा 2 महीने की बेटी है l अब वो मेरा परिवार है।
उन्होंने कहा बहादुर साथी के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं उनका परिवार है छोटे बच्चे है उनका ध्यान रखना हमारा कर्तव्य है। सीएम शिवराज ने कहा कि उनके परिवार को 1 करोड़ की राशि भेंट की जाएगी। शिवराज बोले उनको वापस नहीं ला सकते लेकिन परिवार के साथ खड़े है।
शव निकालते समय डैम में डूबे नेमावर टीआई
देवास जिले के नेमावर थाने पर पदस्थ टीआई राजाराम वास्कले की रविवार को नदी में डूबने से मौत हो गई। दरअसल उन्हें जामनेर नदी पर बने स्टॉप डैम में एक लाश होने की सूचना मिली थी।
उन्होंने पानी में कूदकर उसे निकालने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए।उसके बाद फिर उन्होंने उस शव को निकालने का प्रयास किया। इस बार वो वहां फंस गए।
उसके बाद वहां मौजूद जवानों और ग्रामीणों ने रस्से की मदद से उन्हें निकाला और अस्पताल ले गए। जहां से उन्हें हरदा जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
टीआई की मौत की सूचना से पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। उनके निधन पर अधिकारियों-कर्मचारियों ने दुःख व्यक्त कर संवेदना जताई है। बताया जा रहा है कि वास्कले उज्जैन में भी पदस्थ रह चुके थे। उनकी कार्यशैली की वरिष्ठ अफसर भी प्रशंसा करते थे।