Friday, September 22, 2023
Homeदेशद्वारका में जन्माष्टमी से शुरू होगा देवभूमि कॉरिडोर

द्वारका में जन्माष्टमी से शुरू होगा देवभूमि कॉरिडोर

द्वारका में जन्माष्टमी से शुरू होगा देवभूमि कॉरिडोर

भगवान कृष्ण की 108 फीट ऊंची मूर्ति बनेगी

महाकाल कॉरिडोर की तरह जोड़े जाएंगे मंदिर

काशी विश्वनाथ,महाकाल लोक और मथुरा कॉरिडोर के बाद अब द्वारका में देवभूमि कॉरिडोर बनाने की तैयारी है. भारत सरकार इसे पश्चिमी भारत का सबसे बड़ा आध्यात्मिक केंद्र बनाने जा रही है। गुजरात की सबसे बड़ी धार्मिक परियोजना से न केवल द्वारका की सूरत बदलेगी, बल्कि शिवराजपुर बीच भी विकसित होगा।

द्वारका-पोरबंदर-सोमनाथ लिंक परियोजना भी शुरू होगी। पोरबंदर सुदामा की जन्मस्थली है, जबकि श्रीकृष्ण ने अपना शरीर सोमनाथ के पास छोड़ा था। द्वारका से 13 किमी दूर शिवराजपुर बीच और 23 किमी दूर ओखा बीच की सूरत बदलने की योजना है। कॉरिडोर का काम जन्माष्टमी (6-7 सितंबर) से शुरू होगा।

द्वारका के मंदिरों को महाकाल की तर्ज पर जोड़ा जाएगा

1. द्वारका की एकीकरण योजना महाकाल लोक की तर्ज पर द्वारिकाधीश मंदिर से लेकर बेट द्वारका और ज्योतिर्लिंग नागेश्वर तक द्वारका के सभी मंदिरों को जोड़ा जाएगा। इनमें द्वारकाधीश मंदिर, रुक्मिणी-बलराम मंदिर, सांवलियाजी मंदिर, गोवर्धननाथ मंदिर, महाप्रभु बैठक, वासुदेव, हनुमान मंदिर से लेकर नारायण मंदिर तक शामिल हैं।

2. ऋषि दुर्वासा का वृक्ष गोपी तालाब की सूरत बदल देगा। लक्ष्मीनारायण मंदिर के प्रांगण में एक ऐतिहासिक वृक्ष है। कहा जाता है कि ऋषि दुर्वासा ने यहां तपस्या की थी। यह पेड़ पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। गोपी तालाब का भी जीर्णोद्धार होगा। यह वह दिव्य स्थान है जहाँ महाभारत के बाद सभी गोपियाँ विलीन हो गई थीं। इस तालाब की मिट्टी को गोपी चंदन कहा जाता है।

3. बेट द्वारका में बनेगी गैलरी बेट द्वारका टापू को विश्वस्तरीय बनाने की तैयारी है। पहले चरण में 138 करोड़ रु. खर्चे होंगे। यहां ईको टूरिज्म, वाटर स्पोर्ट्स, मरीन इंटरप्रिटेशन सेंटर, लेक फ्रंट, डॉल्फिन व्यूइंग गैलरी समेत कई प्रोजेक्ट शुरू होंगे। डूबी हुई द्वारका नगरी को देखने के लिए विशेष दीर्घा बनाई जाएगी।

4. निशपाप कुंड से संगम घाट तक काशी के अस्सी घाट जैसे गोमती के 9 घाटों का विकास। संगम घाट, यानी जहां गोमती समुद्र से मिलती है। घाटों के किनारे वॉक-वे बनाया जाएगा।

5. द्वारका को जोड़ेगा रामसेतु ‘सिग्नेचर’ ब्रिज ओखा को बेट द्वारका से जोड़ने वाला सिग्नेचर ब्रिज तैयार किया जा रहा है। 2320 मीटर लंबे इस फोर लेन ब्रिज को देश का सबसे लंबा केबल स्टे ब्रिज कहा जाता है। इस पर 870 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।

6. द्वारकाधीश की प्रतिमा पर साउंड एंड लाइट शो भगवान द्वारकाधीश के स्वरूप में 108 फीट की प्रतिमा बनेगी। इसे कृष्ण की सबसे ऊंची मूर्ति कहा जाता है। यह मूर्ति गोमती के किनारे पंचकुई क्षेत्र में बनाई जाएगी। जन्माष्टमी पर भूमिपूजन किया जाएगा। द्वारका के इतिहास, संस्कृति और धार्मिक महत्व को दर्शाती मूर्ति पर एक ध्वनि और प्रकाश शो होगा।

7. शिवराजपुर में वाटर स्पोर्ट्स, टेंट सिटी समेत कई गतिविधियां शिवराजपुर बीच को देश के सबसे अच्छे बीच के तौर पर मान्यता प्राप्त है। इसे ब्लू फ्लैग अवार्ड भी मिल चुका है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यहां काफी काम किया जा रहा है। वाटर स्पोर्ट्स के साथ-साथ टेंट सिटी भी बनाई जा रही है। अराइवल प्लाजा, साइकिल ट्रैक, इवेंट ग्राउंड, एम्फीथिएटर, फोर्ट रेस्टोरेशन, लाइफ गार्ड टावर, चिल्ड्रन प्ले एरिया समेत 55 तरह के काम शुरू हो गए हैं।

जरूर पढ़ें

मोस्ट पॉपुलर