सुधीर नागर।उज्जैन। नगर निगम उज्जैन की सहायक आयुक्त नीता जैन को आखिरकार शासन ने सस्पेंड कर दिया है। सोमवार को यह आदेश विधिवत जारी हो गया।
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के ओएसडी सह आयुक्त भरत यादव ने यह आदेश जारी किया है। हालांकि इसकी चर्चा कुछ समय से चल रही थी, लेकिन आदेश जारी होते ही स्थिति साफ हो गई। जैन को संभागीय संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास संभाग उज्जैन में अटैच किया गया है। आदेश में देखिए
मार्च 2021 में उज्जैन लोकायुक्त पुलिस ने जावरा नगर पालिका CMO नीता जैन और राजस्व निरीक्षक विजय शक्तावत को दफ्तर में रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। दोनों के पास से रिश्वत के 18 हजार 500 रुपए बरामद हुए थे।
नपा CMO ने ठेकेदार से पेंडिंग बिलों के भुगतान के एवज में 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। इसके बाद ठेकेदार ने इसकी शिकायत उज्जैन लोकायुक्त पुलिस में की थी। ठेकेदार पवन भावसार ने नगर पालिका जवारा में ठेके पर निर्माण कार्य किया था। नपा CMO नीता जैन ने बिल का भुगतान रोक दिया था। CMO नीता जैन ने राजस्व निरीक्षक विजय शक्तावत के माध्यम से रिश्वत मांगी थी। इससे परेशान होकर ठेकेदार पवन ने पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त में की।
पवन लोकायुक्त के कहने पर रुपए लेकर नपा दफ्तर पहुंचा। वहां पर राजस्व निरीक्षक विजय शक्तावत मिला। ठेकेदार ने 15 हजार दिए। इसके बाद राजस्व निरीक्षक CMO के पास पहुंचा। नपा CMO नीता जैन ने दो फीसदी के हिसाब से 18 हजार 500 रुपए होने की बात कही। ठेकेदार पवन से 3 हजार रुपए और लेने के लिए भेजा। पवन ने 3 हजार रुपए और दिए।
जैसे ही राजस्व निरीक्षक CMO के पास पहुंचा, वैसे ही लोकायुक्त की टीम पहुंच गई। दोनों को रिश्वत के साथ गिरफ्तार कर लिया था। दोनों पर भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया था। दोनों को मौके पर ही जमानत भी दे दी गई थी।