दो अधिकारियों के बीच झूल रही फाइलें
निगमायुक्त ने कहा- मैं सुलझाता हूं मामला
अक्षरविश्व न्यूज.उज्जैन। नगर निगम में कई महीनों से नामांतरण की फाइलें हस्ताक्षर के इंतजार में बस्तों में कैद है। दो अधिकारियों के बीच मामला झूल रहा है। एक का कहना है कि दूसरे का काम है और दूसरे का कहना है कि पहले के पास अधिकार है। इस बीच शहरवासी भटक रहे हैं।
राजस्व एवं अन्य कर विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों का कहना है कि साहब हस्ताक्षर करे तो फाइलें निपटे। हमारे हाथ में कुछ नहीं। साहब लोगों से बात करो या फिर निगमायुक्त को अपनी समस्या बताओ।
इस संबंध में जब अधिकारियों से चर्चा की गई तो उनका कहना था-
- अपर आयुक्त आदित्य नागर के अनुसार नामांतरण की फाइलें देखने का काम आर एस मण्डलोई का है। उन्हें करना चाहिए। निगमायुक्त ने उन्हें अधिकार दिए हैं।
- अपर आयुक्त आर एस मण्डलोई के अनुसार कोई आदेश अनन्त काल के लिए नहीं निकलता है। पूर्व निगमायुक्त अंशुल गुप्ता ने अधिकार दिए थे। उनके स्थानांतरित होने के बाद अपने आप समाप्त हो गए। अब ये अधिकार आदित्य नागर के पास है। मेरे पास कितने विभाग है, आपको पता नहीं। गाय-कुत्ते-सुअर पकडऩे से लेकर गोशाला तक है मेरे पास।
- निगमायुक्त रोशनकुमार सिंह से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि उन्होंने ज्वाइन होने के बाद पूर्व के आदेश यथावथ रखे थे। यह आदेश भी जारी कर दिया था। यह अधिकार अब आर एस मण्डलोई के पास है। मैं देखता हूं। दोनों को बुलाकर बैठक लेता हूं।